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    यूपी में अवैध रूप से संचालित अस्पताल में जच्चा-बच्चा की मौत, स्वजन ने किया हंगामा

    मऊ के एक हाईटेक अस्पताल में प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत हो गई जिसके बाद परिजनों ने हंगामा किया। अस्पताल बिना पंजीकरण के चल रहा था। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल को सील कर दिया है और संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। महिला को सिजेरियन से प्रसव कराया गया था जिसके बाद बच्चे को दूसरे अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया

    By Jagran News Edited By: Aysha Sheikh Updated: Fri, 22 Aug 2025 05:39 PM (IST)
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    अवैध रूप से संचालित अस्पताल में जच्चा-बच्चा की मौत, स्वजन का हंगामा

    जागरण संवाददाता, मऊ। शहर कोतवाली के बलिया मोड़ स्थित हाईटेक अस्पताल में गुरुवार की रात प्रसव के दौरान जच्चा व बच्चा की मौत हो गई। इसके बाद स्वजन में अस्पताल में जमकर हंगामा किया। सूचना मिलते ही पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर अस्पताल का सील कर दिया। साथ ही अस्पताल संचालक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया। यह अस्पताल बिना पंजीकरण के संचालित किया जा रहा था।

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    बलिया मोड़ के पास अवैध रूप से संचालित हाईटेक हास्पिटल में गुरुवार की शाम को कोपागंज थाना क्षेत्र के फैदुल्लाहपुर निवासी 35 वर्षीय सुमन को प्रसव के लिए भर्ती कराया गया। यहां पर डाक्टरों ने सीजेरियन के माध्यम से महिला का प्रसव कराया। प्रसव के बाद बच्चे की हालत गंभीर होने पर दूसरे अस्पताल के एनआइसीयू में भर्ती कराने के लिए रेफर कर दिया गया।

    स्वजन बच्चे को दूसरे अस्पताल में भर्ती कराने के लिए लाए। यहां पर डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद स्वजन बच्चे को लेकर वापस अस्पताल पहुंचे। यहां पर महिला की हालत जानने को प्रयास किया। इस पर डाक्टरों ने हालत नाजुक होने की बात कही। इसके कुछ देर बाद महिला को भी रेफर कर दिया गया।

    स्वजन सुमन को भी लेकर प्राइवेट अस्पताल आए। यहां पर डाक्टरों ने महिला को भी मृत घोषित कर दिया। इसके बाद भी स्वजन को विश्वास नहीं हुआ तो जिला अस्पताल लेकर आए। यहां पर भी डाक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद स्वजन जच्चा व बच्चा को लेकर वापस हाई-टेक अस्पताल पहुंचे।

    सूचना मिलते ही मृतका के गांव के लोग व रिश्तेदार भी अस्पताल पहुंच गए। इसके बाद अस्पताल परिसर में हंगामा करने लगे। इसपर अस्पताल संचालक, डाक्टर व अन्य कर्मचारी मौके से फरार हो गए। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम अस्पताल पर कार्रवाई का आश्वासन देकर लोगों के आक्रोश को शांत कराया।

    अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आरएन सिंह ने रात में ही पुलिस की मौजूदगी में अस्पताल को सील कर दिया। वहीं मृतका के पति कैलाश की तहरीर पर अस्पताल के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया। आरोपितों की धरपकड़ के लिए पुलिस लगातार संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।