मऊ जिला कारागार में फंदे से लटककर विचाराधीन बंदी ने दी जान, जांच जारी
मऊ जिला कारागार में एक विचाराधीन कैदी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, जिससे जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। मृतक की पहचान की जा रही है और आत्महत्या के कारणों की जांच जारी है। जिलाधिकारी ने घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं। कैदी के परिवार में शोक की लहर है।

बंदी का शव हास्पिटल के पीछे रेन वाटर हार्वेस्टिंग पाइप से गमछे के सहारे लटकता मिला।
जागरण संवाददाता, मऊ। जिला कारागार में बुधवार को दोपहर बाद लगभग दो बजे विचाराधीन एक बंदी ने रेन वाटर हार्वेस्टिंग पाइप के सहारे गमछा का फंदा बनाकर लटककर जान दे दी। घटना की जानकारी होते ही कारागार प्रशासन और बंदियों के बीच अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलते ही मजिस्ट्रेट सहित सरायलखंसी थाने की पुलिस भी कारागार पहुंच गई।
गाजीपुर जनपद के सैदपुर थाना के विक्रमपुर गांव निवासी 24 वर्षीय अजीत रावत गैंग्सटर एक्ट में तीन माह से जिला कारागार में निरूद्ध था। दोपहर बाद अचानक से बंदी हास्पिटल के पीछे सूनसान स्थान पर चला गया। इसके बाद रेन वाटर हार्वेस्टिंग पाइप में गमछा को बांधकर फंदा बना लिया। इसके बाद गमछे के फंदे से लटककर जान दे दी। काफी देर तक बंदी का पता नहीं चलने पर बंदी रक्षकों ने तलाश शुरू की।
इस दौरान बंदी का शव हास्पिटल के पीछे रेन वाटर हार्वेस्टिंग पाइप से गमछे के सहारे लटकता मिला। घटना की सूचना मिलते ही जेल अधीक्षक आनंद शुक्ला मौके पर पहुंच गए। इसके बाद बंदी को फंदे से नीचे उतरा गया। कारागार अस्पताल के डाक्टरों ने बंदी की जांच कर मृत घोषित कर दिया गया। वहीं सूचना पर पहुंची सरायलखंसी पुलिस को शव सिपुर्द कर दिया गया।
पुलिस ने बंदी के कारागार में फंदा लगाने से हुई मौत की जानकारी स्वजन को दिया गया। घटना की जानकारी मिलते ही बंदी के स्वजन जिला अस्पताल पहुंच गए। वहीं जेल अधीक्षक आनंद शुक्ला ने बताया कि मामले की जांच की जाएगी। साथ ही घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दिया गया है।

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