Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हेपेटाइटिस मरीज ध्यान दें! निजी अस्पतालों को मोटी फीस देने की जरूरत नहीं; सरकार ने की ये व्यवस्था

    Updated: Sat, 27 Sep 2025 03:55 PM (IST)

    मऊ जिला अस्पताल में हेपेटाइटिस बी और सी की वायरल लोड जांच यूनिट जल्द शुरू होगी। स्वास्थ्य विभाग ने संसाधन जुटा लिए हैं जिससे मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों के चक्कर काटने से मुक्ति मिलेगी। यह जांच पूरी तरह से मुफ्त होगी और एक सप्ताह के भीतर शुरू हो जाएगी। अस्पताल में आवश्यक मशीनें और कर्मचारी उपलब्ध कराए गए हैं।

    Hero Image
    हेपेटाइटिस बी व सी के वायरल लोड की होगी जांच, मिलेगी सुविधा।

    जागरण संवाददाता, मऊ। जिला अस्पताल में हेपेटाइटिस बी व सी के वायरल लोड यूनिट यानि (रोग सक्रियता जांच केंद्र) की व्यवस्था जल्द ही शुरू कर दी जाएगी।

    इसका संचालन एक सप्ताह के अंदर शुरू कर किया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से संसाधनों और कमियों की तैनाती कर दी गई है। जिला अस्पताल में पहली बार यह व्यवस्था हुई है।

    इससे मरीजों को सहूलियत मिलेगी और प्राइवेट में जाने से छुटकारा मिल जाएगा। इसके लिए कर्मियों की तैनाती भी किया गया है। साथ ही जांच के लिए सभी प्रकार की मशीन शासन की तरफ से विभाग को उपलब्ध करा दिया गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इससे लोगों को रोग की सक्रियता की जांच के लिए गोरखपुर, वाराणसी सहित प्राइवेट अस्पताल में दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। हेपेटाइटिस बी व सी के मरीज मिलने पर जिला अस्पताल के पैथालाजी विभाग के बगल में वारयल लोड की जांच की भी सुविधा विभाग की तरफ से किया गया है।

    ताकि मरीजों की जांच कर रोग की सक्रियता के आधार पर इलाज कर स्वस्थ किया जा सके। इसके लिए बकायदा एक फिजीशियन डाक्टर को भी नामित किया गया है। वायरल लोड की जांच जिला अस्पताल में मरीजों को पूरी तरह से निश्शुल्क मिलेगी।

    हेपेटाइटिस बी व सी के वायरल लोड की व्यवस्था नहीं होने की वजह से मरीजोंको काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। इसकी जांच के मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों को मोटी रकम भी चुकाना पड़ता है। जिला अस्पताल में यह व्यवस्था शुरू होने से मरीजों को काफी फायदा मिलेगा। साथ ही प्राइवेट अस्पतालों में जाने से छुटकारा भी मिल जाएगा।

    जिला अस्पताल में वायरल लोड की जांच की व्यवस्था की गई है। यहां पर सभी संसाधन उपलब्ध हो गए है। साथ ही एक सप्ताह के अंदर जांच भी शुरू कर दिया जाएगा। अस्पताल के एक फिजीशियन को नामित किया गया है।

    धनंजय कुमार सिंह, सीएमएस, मऊ