मऊ के बस स्टेशन का होगा कायाकल्प, 4.98 करोड़ रुपये से बदलेगी तस्वीर; मिलेगी यह सुविधाएं
यूपी के मऊ जिले के मधुबन बस स्टेशन के सुधारीकरण के लिए रुपये स्वीकृत किए गए हैं। इस धनराशि से बस स्टेशन पर प्लेटफॉर्म शौचालय कैंटीन प्रतीक्षालय टिकट घर और उद्घोषणा कक्ष का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा स्टेशन से लंबी दूरी की बसों का संचालन भी शुरू होगा। इससे क्षेत्र के लोगों को आवागमन में सुविधा होगी। जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
संवाद सूत्र, मधुबन (मऊ)। नगर विकास मंत्री व ऊर्जा मंत्री एके शर्मा का प्रयास रंग लाया। आखिरकार मधुबन बस स्टेशन के कायाकल्प के लिए शासन की तरफ से 4.98 लाख रुपये की घोषणा कर दी गई है। इसमें से प्रथम किस्त के रूप में 2.49 करोड़ रुपये स्वीकृत कर दिया गया है।
इसके निर्माण की जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था यूपी प्रोजेक्ट कॉरपोरेशन लिमिटेड को सौंपी गई है। जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इसके साथ ही यहां रोडवेज की सारी सुविधाएं यहां मिलनी शुरू हो जाएंगी।
1987 में हुई थी रोडवेज की स्थापना
मधुबन रोडवेज स्टेशन की स्थापना 1987 में हुई थी। धीरे-धीरे यह पूरी तरह से बदहाल हो गया। यही नहीं यहां अब कोई बस भी नहीं रूकती है। सबसे बड़ी बात यह है कि अगर मधुबन किसी को जाना है तो जिला मुख्यालय से पांच बजे के बाद कोई बस नहीं है। टेंपों व अन्य निजी साधनों से ही लोग इधर की यात्रा करते हैं। इसकी वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
बीते दिनों नगर विकास मंत्री एके शर्मा के समक्ष लाेगों ने यह समस्या उठाई। उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह से बात की। साथ ही शासन में यह मुद्दा उठाया।
लोकसभा के चलते ठंडा पड़ गया था पुनर्निर्माण का मामला
लोकसभा चुनाव के पूर्व बस स्टेशन के कायाकल्प के लिए हरी झंडी मिल गई थी। यही नहीं आचार संहिता लागू होने के पूर्व एके शर्मा ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच बस स्टेशन के पुनर्निर्माण कार्य का शिलान्यास भी कर दिया था, लेकिन बीच में लोकसभा चुनाव के चलते मामला ठंडा पड़ गया था। अब उनके पहल पर अब धनराशि स्वीकृत कर दी गई है।
जल्द ही बस स्टेशन के पुनर्निर्माण का कार्य प्रारंभ हो जाएगा और लोगों को परिवहन के साथ ही विभिन्न सुविधाएं मिलने लगेगी।
सुविधाओं से महरूम था मधुबन क्षेत्र
शहीदों की कर्मस्थली के रूप में विख्यात मधुबन में बस स्टेशन के पास एक बड़ा भूखंड होने के बावजूद परिवहन की सुविधाओं से महरूम था। बस स्टेशन परिसर में न तो बस रुकती थी और न यात्रियों के लिए कोई सुविधाओं की व्यवस्था थी। बस स्टेशन परिसर में दिनभर निजी सवारी वाहनों का कब्जा बना रहता था।
यह मिलेंगी सुविधाएं
बस स्टेशन का पुनर्निर्माण होने के बाद स्टेशन परिसर में बस के ठहराव के लिए प्लेटफार्म, शौचालय, कैंटिन, यात्रियों के लिए प्रतीक्षालय के साथ ही टिकट घर और उद्घोषणा कक्ष का भी निर्माण कराया जा सकता है। साथ ही स्टेशन के पुनर्निर्माण के पश्चात लंबी दूरी के साथ ही विभिन्न रुटों पर निगम की बसें दौड़ने लगेंगी। इससे बाजार के विकास के साथ ही क्षेत्र के लोगों को आवागमन की भी एक बहुप्रतीक्षित सुविधा मिलने लगेगी।
मधुबन के लोगों की समस्या को ध्यान में देखते हुए शासन स्तर पर प्रयास कर धनराशि स्वीकृत कराई गई है। यहां शाम पांच बजे के बाद आवागमन आसान नहीं था। ऐसे में जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इसी के साथ यहां के लोगों की आवागमन की सबसे बड़ी समस्या का समाधान हो जाएगा।
- एके शर्मा, नगर विकास व ऊर्जा मंत्री।
नगर विकास मंत्री एके शर्मा की पहल पर धनराशि स्वीकृत हो गई है। जल्द ही मधुबन के रोडवेज का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए सारी रणनीति बनाई जा रही है। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद यहां से बसों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
- एके मिश्रा, एआरएम दोहरीघाट डिपो मऊ।
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