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    एनीमिया की कमी को दूर करने के लिए वितरित हुई आयरन की गोली

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 06 Oct 2020 04:09 PM (IST)

    जागरण संवाददाता मऊ जनपद में राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बच्चों एवं किशोर-कि ...और पढ़ें

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    एनीमिया की कमी को दूर करने के लिए वितरित हुई आयरन की गोली

    जागरण संवाददाता, मऊ : जनपद में राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बच्चों एवं किशोर-किशोरियों के लिए वीकली आयरन फोलिक एसिड संपूरक (विफ्स) कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है। कोविड-19 के कारण स्कूल एवं आंगनबाड़ी केंद्र बंद होने की वजह से फ्रंट लाइन कार्यकर्ताओं द्वारा बच्चों एवं किशोर-किशोरियों को घर पर ही आयरन की गोली दी जा रही हैं। यह गोलियां सप्ताह में एक निश्चित दिन खिलाई जाती हैं। विभाग ने इसके लिए एएनएम और मुख्य सेविकाओं को प्रशिक्षित कर नगर सहित जिले के सभी नौ ब्लाकों पर आयरन की गोली वितरित किया।

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    कोविड-19 महामारी के कारण मार्च 2020 से विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्र बंद चल रहे हैं और वि़फ्स कार्यक्रम की फरवरी 2020 की रिपोर्ट के अनुसार जिले के सरकारी एवं सहायता प्राप्त स्कूलों के कक्षा 1 से 5 तक के 5 से 10 वर्ष तक के लगभग 75 प्रतिशत बच्चों को गुलाबी आयरन की गोलियों को खिलाया गया। कक्षा 6 से 12 तक के 10 से 19 वर्ष तक के लगभग 70 प्रतिशत बच्चों को नीली आयरन की गोली वितरित की गईं। वहीं स्कूल नहीं जाने वाली और आंगनबाड़ी केंद्र में पंजीकृत के 10 से 19 वर्ष तक की लगभग 25 फीसदी किशोरियों आयरन की नीली गोलियों का सेवन कराया गया।

    मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सतीश चंद्र सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों एवं किशोर-किशोरियों में खून की कमी (एनीमिया) को पूरा करने के लिए आयरन फोलिक संपूरक गोली की साप्ताहिक सेवन अनिवार्य रूप से वितरित की जाती है। इसके प्रति वितरण और जन जागरूकता के लिए निर्देश दिये जा चुके हैं। किशोर-किशोरी स्वास्थ्य को एक मुख्य घटक के रूप में चिन्हांकित किया गया है।

    डीइआइसी मैनेजर अरविद वर्मा ने बताया कि सितंबर माह में जिले के समस्त ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में संचालित एक दिवसीय साप्ताहिक आयरन फोलिक संपूरक विषय पर ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षकों ब्लॉक सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक (बीसीपीएम), राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के चिकित्सक, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी (एचईओ) को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसके साथ ही 259 एएनएम तथा 45 मुख्य सेविकाओं को प्रशिक्षित किया गया है। नगर सहित जनपद के कुल नौ ब्लॉक पर दो-दो प्रशिक्षक यानि कुल 20 प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षित इन फ्रंट लाइन कार्यकर्ताओं को प्रमाण पत्र भी दिया गया है।

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    आयरन की गोली के फायदे

    आयरन की कमी और पौष्टिक आहार से रक्तहीनता के साथ-साथ शारीरिक और मानसिक विकास पर प्रभाव पड़ता है जिससे चिड़चिड़ापन, तनाव, अवसाद आदि की स्थिति पैदा हो सकती है। इन कमियों को पूरा करने में आयरन की गोली बेहद फायदेमंद है।