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    शिक्षा के मंदिर में विषैले जीव जंतुओं का बसेरा

    By JagranEdited By:
    Updated: Wed, 10 Nov 2021 07:06 PM (IST)

    जागरण संवाददाता वलीदपुर (मऊ) मुहम्मदाबाद गोहना विकास खंड के देवरिया गांव में करोड़ों

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    शिक्षा के मंदिर में विषैले जीव जंतुओं का बसेरा

    जागरण संवाददाता, वलीदपुर (मऊ) : मुहम्मदाबाद गोहना विकास खंड के देवरिया गांव में करोड़ों रुपयों की लागत से बने राजकीय माडल इंटर कालेज में छात्र नहीं बल्कि विषैले जीव जंतुओं का बसेरा है। यहां के छात्रों की शिक्षा पर पूरी तरह से ग्रहण लग गया है। यह स्कूल अब सिर्फ नाम का माडल बनकर रह गया है। इनमें सुविधाएं तो मुहैया ही नहीं कराई गई। वर्तमान में देखरेख के अभाव में भवनों की हालत भी खराब होने लगी है। इनके शौचालय व मैदान आदि देखने से लगता है कि यह भवन बरसों पुराना है।

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    पूर्ववर्ती सपा सरकार ने माडल विद्यालयों का तोहफा दिया था। राम मनोहर लोहिया माडल राजकीय इंटर कालेज से यह बनाया गया। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी तो इनका नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय माडल इंटर कालेज कर दिया गया। भवन का निर्माण करोड़ों रुपयों की लागत से कराया गया था। ठेकेदार ने बिल्डिग का कार्य अधूरा ही छोड़ कर शिक्षा विभाग को सौंप दिया था। यहां शिक्षकों की तैनाती न होने के कारण अब तक विद्यालय में पठन-पाठन का कार्य नहीं शुरू कराया जा सका। भवन का रखरखाव विभाग द्वारा न किए जाने से अब पूरी तरह से खंडहर हो चुका है। जहां ठेकेदार ने दरवाजे में पल्ला-खिड़कियां आदि लगाना छोड़ दिया वहीं छत का प्लास्टर भी नहीं किया गया। बारिश के दिनों में पानी कमरों में टपकता रहता है। यहां काफी गंदगी का अंबार है। बड़ी-बड़ी घास उग आई हैं। इसमें विषैले जीव जंतुओं का बसेरा है। गांव लोग स्कूल में भूसा, पुआल आदि रख कर उपयोग करते हैं। यह विद्यालय भवन पूरी तरह से अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। गांव के सतीश सिंह, देवेंद्र सिंह, राजेश सिंह, राधेश्याम राजभर प्रधान, सुभाष प्रजापति, संत प्रकाश सिंह आदि का कहना है कि शासन ने इतना लंबा बजट खर्च कर विद्यालय बनवाया लेकिन इसका कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसे चालू करवाने के लिए कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से हम लोगों ने गुहार लगाई परंतु किसी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।

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    यहां शिक्षकों की अब तक नियुक्ति नहीं हो पाई है। सरकारी विद्यालय में पद सृजन की स्वीकृति अनिवार्य होती है। बिना इसके नियुक्ति नहीं हो सकती। इन्हीं कारण से विद्यालय संचालित नहीं हो पा रहा है। इसके लिए शासन को पत्र भेजा गया है। जैसे ही यहां नियुक्ति हो जाएगी। इसी सत्र से विद्यालय चलना प्रारंभ हो जाएगा।

    डा. राजेंद्र प्रसाद, जिला विद्यालय निरीक्षक।