शं¨टग के दौरान पटरी से उतरा मालगाड़ी का इंजन
मऊ जंक्शन पर खड़ी मालगाड़ी का इंजन सोमवार की सायं लगभग 6:25 पर शं¨टग के लिए वाराणसी ट्रैक पर बने आउटर की ओर बढ़ा। वापस आने के लिए जैसे ही वह पटरियों के ज्वाइंटर पर आया कि दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
जागरण संवाददाता, मऊ : मऊ जंक्शन पर खड़ी मालगाड़ी का इंजन सोमवार की सायं लगभग 6:25 पर शं¨टग के लिए वाराणसी ट्रैक पर बने आउटर की ओर बढ़ा। वापस आने के लिए जैसे ही वह पटरियों के ज्वाइंटर पर आया कि दुर्घटनाग्रस्त हो गया। आगे के इंजन के सभी पहिये पटरी से नीचे उतर गए। इंजन पलट न जाए इस घबराहट में उस वक्त इंजन पर सवार दोनों लोको पायलट इंजन से कूद पड़े। घटना में दोनों लोको पायलट बाल-बाल बच गए हैं। बड़ा हादसा टल गया लेकिन इस घटना ने रेलवे की पटरियों की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दिया है। घटना स्थल पर जहां दुर्घटना सहायता कर्मचारी यान पहुंच चुकी है, वहीं तकनीकी टीम डीरेल्ड इंजन को पटरी पर लाने की कवायद में लगी हुई है।
मालगाड़ी में इंजन जोड़ने के लिए शं¨टग के दौरान इंजन को पहले वाराणसी की ओर मऊ जंक्शन से लगभग तीन सौ मीटर आगे ले जाया गया। इसके बाद पटरियों को बदलने के लिए ज्वाइंटर निर्धारित ट्रैक पर किया गया। मालगाड़ी के इंजन में तैनात लोको पायलट ¨बदलाल यादव ने बताया कि इंजन जैसे ही ज्वाइंट के पास आया खटाक की आवाज से पहिए ट्रैक से नीचे उतर गए। अनहोनी की आशंका में लोको पायलट ¨बदलाल व मनोज कुमार यादव आनन-फानन में इंजन से नीचे कूद गए। हालांकि इंजन के पहिए पटिरियों से नीचे उतर कर वहीं स्थिर हो गए। यदि खाईं की ओर पलटते तो बड़ा हादसा हो सकता था। घटना के पीछे अभी तक कोई आधिकारिक वजह नहीं बताई गई है। मौके पर मौजूद तकनीकी टीम के लोगों ने ज्वाइंट के पास ही कोई तकनीकी खामी होने की आशंका जताई है। घटना स्थल मऊ जंक्शन से महज 300 मीटर दूरी पर मुंशीपुरा मुहल्ले के पास ही होने से मौके पर बड़ी संख्या में रेलवे के कर्मचारी पहुंच चुके हैं। इंजन को पटरी पर लाने का प्रयास किया जा रहा है। दोनों लोको पायलट का मेडिकल परीक्षण करने वाले डा.पीके राव ने बताया कि दोनों सुरक्षित हैं। स्टेशन अधीक्षक जयप्रकाश राम ने बताया कि तकनीकी लापरवाही या खामी के बारे में जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। इंजन ऐसे स्थान पर पटरी से उतरा है कि ट्रेनों का संचालन प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा।