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    लक्ष्य के लिए दृढ़ संकल्पित हों ब्राह्मण समाज

    By JagranEdited By:
    Updated: Mon, 06 Jan 2020 06:06 AM (IST)

    --चुनौतियों से लड़ने के लिए एकत्रीत और संकल्पित होने पर दिया जोर जासं दोहरीघाट (मऊ) परिवर्तन के नए दौर में ब्राह्मणों को संतुलित कदम बढ़ाने की जरूरत है एकता की यात्रा ने बड़ी बाधाएं आती हैं लेकिन चुनौतियों से लड़ने के लिए विचार मंथन होना चाहिए उक्त बातें ब्राह्मण हितकारी सभा के सम्मेलन में मुख्य वक्ता अखिलेश तिवारी ने कहीं उन्होंने कहा लक्ष्य की प्राप्ति के लिए संकल्पित होना पड़ेगा अगर ब्राह्मण संकल्पों के साथ आगे बढ़ता है तो उसकी एकता को कोई खंडित नहीं कर पाएगा ब्राह्मण हित में हम लोग सहभागी बने ब्राह्मण दिशा भ्रम का शिकार सदैव बनता है क्योंकि समाज को आईना दिखाने वाला अब खुद अब खुद पीछलग्गू बनता जा रहा है । राम परशुराम की मिलन स्थली पर ब्राह्मण

    लक्ष्य के लिए दृढ़ संकल्पित हों ब्राह्मण समाज

    जासं, दोहरीघाट (मऊ): परिवर्तन के नए दौर में ब्राह्मणों को संतुलित कदम बढ़ाने की जरूरत है। एकता की यात्रा ने बड़ी बाधाएं आती हैं लेकिन चुनौतियों से लड़ने के लिए विचार मंथन होना चाहिए। उक्त बातें ब्राह्मण हितकारी सभा के सम्मेलन में मुख्य वक्ता अखिलेश तिवारी ने कहीं।

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    उन्होंने कहा लक्ष्य की प्राप्ति के लिए संकल्पित होना पड़ेगा। अगर ब्राह्मण संकल्पों के साथ आगे बढ़ता है तो उसकी एकता को कोई खंडित नहीं कर पाएगा। ब्राह्मण हित में हमलोग सहभागी बनें। ब्राह्मण दिशाभ्रम का शिकार सदैव बनता है क्योंकि समाज को आईना दिखाने वाला अब खुद पिछलग्गू बनता जा रहा है। अरुण पांडेय ने कहा ब्राह्मणों की एकता जरूरी है। उनके सामने चुनौतियां खड़ी हैं। समाज के बहुमुखी विकास के लिए बुद्धि भक्ति शक्ति के साथ सकारात्मक सोच रखें। तभी ब्राह्मण समाज का भला होगा। संतोष कुमार दुबे ने कहा की ब्राह्मणों की पहल सार्थक सिद्ध होगा लोगों में नई स्फूर्ति आएगी। अरविद पाण्डेय ने कहा कि ब्राह्मण प्रखर व्यक्तित्व के धनी होते हैं। जिस दिन ब्राह्मण एकता का मिसाल कायम करेगा उसी दिन से उसकी आलोचना बंद होगी। धनज्जन तिवारी ने कहा कि जब ब्राह्मण एक सूत्र में रहेंगे तो राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर सम्मान मिलेगा। अध्यक्षता जगदीश पांडेय ने किया। सरस्वती वंदना व स्वागत गीत से विपिन बिहारी पाठक ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर लोकनाथ पांडेय, ओमप्रकाश उपाध्याय, संजय तिवारी, पंकज त्रिपाठी, काशीनाथ पांडेय, सचिन मिश्रा, कृष्ण मोहन उपाध्याय, ज्ञानी शुक्ला, मिटू पांडेय, संजय त्रिपाठी, संजय दुबे आदि उपस्थित थे।