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    कायस्थ समाज को संगठित होने की जरूरत

    फोटो 30 मऊ : कायस्थ विकास परिषद तत्वावधान में नगर के एक गेस्ट हाउस में विचार गोष्ठी आयोजित हुई। इस

    By Edited By: Updated: Wed, 17 Aug 2016 07:29 PM (IST)

    फोटो 30 मऊ : कायस्थ विकास परिषद तत्वावधान में नगर के एक गेस्ट हाउस में विचार गोष्ठी आयोजित हुई। इसमें कायस्थ समाज के विकास पर विचार विमर्श किया गया। इसमें समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष वैद्य राजीव सिन्हा ने कहा कि आज के सामाजिक एवं राजनैतिक युग में कायस्थ समाज अप्रासंगिक हो गया है। जो जाति कभी देश व प्रदेश को अपनी प्रशासनिक गतिविधियों से अमूल्य योगदान देती थी वह आज इन कार्यों से विमुख हो गई है। कहा कि आज आवश्यकता है समाज को संगठित होने की। समाज स्वावलंबी बनकर देश व प्रदेश को नेतृत्व दें।

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    प्रदेश अध्यक्ष डा. उमेशचंद श्रीवास्तव ने कहा कि नेताजी सुभाषचंद बोस, डा. राजेंद्र प्रसाद, लाल बहादुर शास्त्री, लोक नायक जयप्रकाश, स्वामी विवेकानंद जैसी विभूतियों को जन्म देने वाले समाज के अस्तित्व को आज सभी राजनैतिक दलों ने नकार सा दिया है। कोई भी दल उन्हें टिकट देना मुनासिब नहीं समझ रहा है। अध्यक्षता करते हुए डॉ. सुरेंद्र लाल श्रीवास्तव ने कहा कि कायस्थ जाति की नई पीढ़ी अपनी पुराने गौरव को जानने का प्रयास नहीं कर रही है। इससे क‌र्त्यव्य बोध व प्रतिष्ठा का बोध नहीं रह गया है। मुख्य अतिथि पूर्व ब्लाक प्रमुख मनोज राय ने कहा कि कायस्थ जाति के उन्नति में उनकी जहां भी आवश्यकता होगी वे सदैव उपस्थित होंगे। इस अवसर पर हरेंद्र श्रीवास्तव, प्रवीण श्रीवास्तव, रंजू श्रीवास्तव, राकेश श्रीवास्तव, अनिल श्रीवास्तव, अजीत पाल श्रीवास्तव, संतोष श्रीवास्तव, मंदीप अस्थाना आदि उपस्थित थे।