मथुरा में विकराल हुई यमुना: कई कॉलोनियों में घुसा पानी, 6300 लोग बाढ़ से प्रभावित
मथुरा में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है जिससे खादर क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। कई कॉलोनियों में पानी घुस गया है और लोग आश्रय स्थलों में जाने को मजबूर हैं। प्रशासन और पुलिस लोगों को घाटों पर जाने से रोक रहे हैं और राहत कार्य जारी हैं। अन्य क्षेत्रों में भी पानी भरने से स्थिति गंभीर हो गई है।

जागरण टीम, मथुरा। यमुना का रूप अब विकराल होता जा रहा है। इससे तटवर्ती गांव व यमुना की खादर में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। यमुना का जलस्तर में खतरा के निशान 166 मीटर से 86 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है। यमुना की खादर में बनी कालोनियों में 200 मीटर आगे तक रातभर में पानी पहुंच गया। खादर में बने दो हजार से अधिक मकान बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। गलियों में चार तीन से चार फीट तक पानी भर गया है।
300 से अधिक मकानों में पानी पहुंच गया है, इससे लोग अब घरों को खाली कर आश्रय स्थलों में पहुंच गए हैं। दोपहर बाद से यमुना के जलस्तर में तेजी से वृद्धि होने लगी है। हर घंटे एक सेंटीमीटर की वृद्धि हो रही है। इससे शनिवार की सुबह तक यमुना का जलस्तर 167 मीटर से अधिक होने की आशंका है।
वर्ष 2023 में आई बाढ़ जैसे हालात बने तो यमुना का पानी सभी घाटों को डुबोकर सड़क पर बने बाजार तक पहुंच जाएगा। ऐसे हालात की आशंका को लेकर प्रशासनिक व पुलिस मशीनरी पूरी तरह एक्टिव हो गई है। फ्लड पीएसी के साथ थानों का फोर्स यमुना किनारे लगा दिया गया है। ये जवान लोगों को घाटों पर पहुंचने से रोक रहे हैं।
खादर में 200 मीटर आगे पहुंचा यमुना का पानी, एक दर्जन कॉलोनियों में भी घुसा
मंगलवार को यमुना में 3.60 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद से लगातार यमुना के जलस्तर में वृद्धि हो रही है। इसके बाद भी ताजेवाला, ओखला व हिंडन बांध से लगातार यमुना में पानी छोड़ा जा रहा है। गुरुवार की शाम तक यमुना का जलस्तर खतरा के निशान 166 मीटर से 59 सेंटीमीटर अधिक पहुंच गया था। रातभर में यमुना का जलस्तर बढ़कर खतरा के निशान से 86 मीटर ऊपर पहुंच गया। स्वामी घाट पानी में डूब गया है।
जबकि विश्राम, राजा व प्रयाग घाट पर यमुना का जलस्तर मात्र दो फीट ही नीचे रह गया है। जिस रफ्तार से यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है, उससे शनिवार की सुबह तक जलस्तर 167 मीटर पार कर जाएगा। इससे विश्राम समेत अन्य घाट को पार कर पानी बाजार की सड़कों पर आ जाएगा। इससे आवागमन तो प्रभावित होगा ही बाजार भी बंद हो जाएगा।
खादर की कॉलोनियों में चार फीट तक भरा पानी
वहीं खादर में बनी कालोनियों में पानी 200 मीटर आगे तक आ गया। गलियों में अब तीन से चार फीट तक पानी भर गया है। यहां मकानों में रह रहे लोग सामान समेट आश्रयस्थल व रिश्तेदारों के यहां जाते दिखाई दिए। खादर क्षेत्र की बिजली पूरी तरह काट दी गई है, ताकि अनहोनी न हो सके। गणेश टीला क्षेत्र के अजय अग्रवाल ने बताया, दिन में सिर्फ एक घंटे ही बिजली दी जाती है, शेष समय अंधेरा रहता है। आश्रय स्थलों में लगातार शरणार्थियों की संख्या बढ़ती जा रही है। वहीं यमुना की खादर में बनी भक्तिधाम कॉलोनी की गलियों में पानी पहुंच गया।
दर्जनों लोगों ने मकान किए खाली
ऐसे में यहां रह रहे दर्जनों लोगों ने अपने मकान खाली कर दिए। यमुना खादर क्षेत्र अब टापू बनता दिखाई दे रहा है। नगर निगम के अधिकारी लगातार क्षेत्र में नजर बनाए हैं। मसानी एसटीपी से गुजर रहे नाला ओवरफ्लो होकर यमुना में मिल रहा है। ये पानी यमुना के पानी से टकराकर क्षेत्र में भरने लगा है।
डीएम ने देखे हालात, घाटों पर न जाने की अपील
मथुरा डीएम चंद्र प्रकाश सिंह व एसएसपी श्लोक कुमार ने विश्राम, बंगाली, राजा घाट का निरीक्षण किया। लोगों से अपील की कि वे घाटों पर न जाएं। घाटों पर लगाई गई बैरिकेडिंग को भी देखा। अपर नगर आयुक्त अनिल कुमार को मुनादी कराने के लिए कहा। इसके बाद वह बिरला मंदिर में बनाए गए शेल्टर होम पहुंचे। बाढ़ प्रभावित लोगों को खाना खिलाया। निर्देश दिए कि कोई परेशान न हो।
अधिकारियों ने वृंदावन के मोदी भवन, गुरुकुल विवि, मलूक पीठ आश्रम में व्यवस्थाएं देखीं। एडीएम पंकज वर्मा को सभी पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के साथ उनके लिए चारे आदि की व्यवस्था के निर्देश दिए। कालीदह मंदिर व परिक्रमा मार्ग का हाल देखा।
मांट, शेरगढ़, नौहझील, गोकुल में पहुंचा पानी
शेरगढ़ कस्बा की राजपूत बस्ती में शुक्रवार की दोपहर बाद पानी आ गया। इससे लोगों की धड़कनें बढ़ने लगी। वहीं शेरगढ़ क्षेत्र के बहटा गांव में पानी घुस गया। इससे शिवचरण, दिनेश, हेमराज, देवो आदि लोगों के घरों में पानी घुस गया। शेरगढ़ कस्बा में बन भोले बगीची मंदिर, मोक्षधाम में पानी पहुंच गया। ग्रामीणों का कहना है कि इतना पानी 2023 की बाढ़ में नहीं आया था। मांट के बेगमपुर गांव में भी पानी पहुंच गया। बलदेव के नगला हगा समेत दो गांवों में पानी लगातार बढ़ता जा रहा है। आवागमन बंद चल रहा है, स्टीमर से लोगों को गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है। यहां के खंडेरा घाट पानी में डूबने की स्थिति में है।
मोमबत्ती की बिक्री बढ़ी
यमुना की खादर में पानी भर जाने के कारण यहां की बिजली काट दी गई है। ऐसे में यहां के लोग अब रात्रि में रोशनी के लिए मोमबत्ती खरीद रहे हैं। इनकी बिक्री इन दिनों खासी हो गई है।
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