Yamuna Expressway: 2025 बना गया दर्दनाक रिकॉर्ड, हादसों में सबसे ज्यादा इस साल लोगों ने गंवाई जान
Yamuna Expressway पर 2025 में दर्दनाक रिकॉर्ड बना, इस साल 65 से अधिक लोगों की जान हादसों में गई, जो पिछले वर्षों से दोगुना है। तेज रफ्तार और ब्लैक स्प ...और पढ़ें

Yamuna Expressway
जितेंद्र गुप्ता, मथुरा। Yamuna Expressway पर साल 2025 जाते जाते एक दर्दनाक रिकॉर्ड बना गया। इस वर्ष अब तक 65 से अधिक लोगों की मृत्यु अकेले यमुना एक्सप्रेसवे पर हुए हादसे में हुई। यह संख्या पिछले वर्षों से हुए हादसों से दोगुणी है।
वाहनों की बढ़ती रफ्तार वाहन चालकों की सांसें थाम रही हैं। यमुना एक्सप्रेसवे पर अब तक हादसों के पांच ब्लैक स्पाॅट थे, अब बलदेव का माइल स्टोन 127 भी शामिल हो गया है। यह आंकड़े डराने के लिए काफी हैं।
मथुरा जिले के छह थानों की सीमा में करीब 75 किमी के दायरे में एक्सप्रेसवे गुजरता है। इसमें अभी तक पांच ब्लैक स्पाट ही चिन्हित थे। इसमें नौहझील के चार और राया का एक ब्लैक स्पाट था। अब बलदेव के माइल स्टोन 127 पर मंगलवार को सड़क हादसे में 19 लोगों की मृत्यु के बाद इसे भी ब्लैक स्पाट में शामिल किया गया है।
यमुना एक्सप्रेसवे पर बढ़ते हादसों की बड़ी वजह वाहनों की तेज रफ्तार मानी जा रही है। तेज रफ्तार वाहनों पर नियंत्रण के तमाम दावों के बीच सच्चाई यह है कि इस वर्ष यमुना एक्सप्रेसवे पर 24 हजार से अधिक ओवर स्पीड के चालान काटे जा चुके हैं।
यह आंकड़ा बताता है कि चालक न नियम मान रहे हैं और न ही मौत का डर उन्हें रोक पा रहा है। इस वर्ष अब तक 60 से अधिक हादसों में करीब 65 लोगों की मृत्यु हो गई। वर्ष 2023 में 54 हादसों में 38 और वर्ष 2024 में 46 हादसों में 36 लोगों की मृत्यु हुई थी। जाहिर है हादसों की गति भी लगातार बढ़ रही है।
ब्लैक स्पाट पर यह है व्यवस्था
तीन वर्षों में एक स्थान पर 10 हादसों में पांच या इससे अधिक मृत्यु होने पर पुलिस और एक्सप्रेसवे प्राधिकरण की तरफ से उस स्थान को ब्लैक स्पाट चिन्हित किया जाता है। इसके बाद इन स्थानों पर हादसों को रोकने के लिए साइन बोर्ड, रिफ्लेक्टर, सड़क पर सफेद पट्टी की लेन, स्पीड लिमिट, ब्लैक स्पाट का बोर्ड, दृश्यता रोकने के लिए झाड़ियों आदि की कटाई की जाती है।
आगरा-दिल्ली हाईवे के 19 ब्लैक स्पाट, 155 से अधिक मृत्यु
आगरा-दिल्ली नेशनल हाईवे-19 में पुलिस व हाईवे अथारिटी की ओर से 19 ब्लैक स्पाट चिन्हित किए गए हैं। इस वर्ष 30 नवंबर तक 249 सड़क हादसे हुए हैं। इनमें 152 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। इस हाईवे वर्ष 2023 में सर्वाधिक 311 हादसों में 189 लोगों की मृत्यु हुई थी।
चालान सिस्टम में हर माह आते हैं आठ हजार से अधिक लोग
यमुना एक्सप्रेस पर टोल और अन्य स्थान पर लगे कैमरे से करीब एक माह में आठ हजार लोगों के चालान पुलिस के सिस्टम तक पहुंचते हैं। लेकिन स्पीड लिमिट से 10 प्रतिशत अधिक स्पीड होने पर उनको छोड़ने का प्रावधान है।

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