Vrindavan News : जांच में स्थिति खराब, वृंदावन के तीन वृद्धाश्रम और एक अनाथालय पर लटकी बंद होने की तलवार
मथुरा के वृंदावन में डीएम की जांच में वृद्धाश्रमों और अनाथालयों की हालत खराब पाई गई। सफाई और रखरखाव में कमियों के चलते तीन वृद्धाश्रम और एक अनाथालय बंद करने की सिफारिश की गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही इन संस्थाओं में सुधार को लेकर निर्देश दिए थे।
जागरण संवाददाता, मथुरा । धर्मनगरी वृंदावन में विभिन्न स्वैच्छिक संगठनों द्वारा संचालित वृद्धाश्रम और अनाथालयों की स्थिति खराब है। इसका पता तब चला जब जिलाधिकारी सीपी सिंह ने वृंदावन के नौ अनाथालयों और वृद्धाश्रमों की अपर नगर मजिस्ट्रेट और एसडीएम न्यायिक से जांच कराई।
कहीं साफ-सफाई खराब थी तो कहीं सीलन और बदबू से वहां रुकना मुश्किल हो रहा था। रिपोर्ट मिलने पर डीएम ने तीन वृद्धाश्रमों और एक अनाथालय को बंद किए जाने की संस्तुति की है।
सीएम योगी पहले ही दे चुके निर्देश
प्रदेश भर के वृद्धाश्रमों और अनाथालयों की व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही निर्देश दे चुके हैं। इसी संबंध में शासन ने महिला कल्याण निदेशालय को उप्र नियंत्रक बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्वैच्छिक संगठनों द्वारा संचालित अनाथालय, वृद्धाश्रम, दिव्यांग हाेम, शिशु गृह, छात्रावास बाल गृह, यतीमखानों, शेल्टर होम, कुष्ठ आश्रम, विधवा आश्रम, आवासीय विद्यालय और अल्पावास गृहों का आकस्मिक निरीक्षण कराने के निर्देश दिए।
देखा जाए कि इन गृहों का संचालन मानकों के अनुसार किया जा रहा है या नहीं। इस आदेश के बाद डीएम सीपी सिंह ने जिले में स्वैच्छिक संगठनों द्वारा संचालित नौ गृहों का उपजिलाधिकारी न्यायिक सुशील कुमार सिंह और अपर नगर मजिस्ट्रेट संजय सिंह से भौतिक सत्यापन कराया।
डीपीओ विकास चंद्र भी साथ रहे। निरीक्षण में कुछ संस्थाओं को छोड़ दिया जाए तो बाकी जगह स्थिति बेहतर नहीं थीं। अधिकांश वृद्धाश्रमों में सफाई और भवनों की स्थिति काफी खराब मिली। तराश मंदिर स्थित अल्पावास गृह, वृद्धाश्रम और सीनियर सिटीजन होम फार ओल्ड वीमेन में सबसे ज्यादा खराब व्यवस्थाएं थीं।
निरीक्षण के समय आ रही थी बदबू
यहां साफ सफाई अच्छी न होने के कारण निरीक्षण के समय बदबू आ रही थी। निरीक्षण में उपजिलाधिकारी न्यायिक ने अव्यवस्थाओं पर नाराजगी जताई। इन तीनों संस्थाओं का संचालन आल इंडिया वीमेन कांफ्रेंस नामक संस्था करा रही है। इन तीनों वृद्धाश्रमों को बंद कराए जाने की संस्तुति की गई है।
अनिरुद्धाचार्य के गौरीगोपाल वृद्धाश्रमों का संचालन कराने वाली संस्था श्री गौरी गोपाल सेवा ट्रस्ट और श्री गौरी गोपाल सेवा समिति का पंजीकरण नवीनीकरण नहीं हुआ है। उपजिलाधिकारी न्यायिक ने संचालकों को जल्द औपचारिकताएं पूरी कराने को कहा।
छटीकरा रोड पर गिल्ड आफ सर्विस द्वारा संचालित स्वाधार गृह पर जब अपर नगर मजिस्ट्रेट पहुंचे तो पता चला कि संस्था 2023-24 से ही बंद है। रमणरेती मार्ग स्थित श्री नारायण महिला बाल कल्याण द्वारा संचालित अनाथालय में अपर न्यायिक मजिस्ट्रेट को खराब साफ सफाई मिलीं। इसे भी बंद कराए जाने की संस्तुति की गई है। हे राधे करुणामय पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित वृद्धाश्रम का पंजीकरण नवीनीकरण नहीं हुआ है। इस संबंध में डीएम ने संस्तुति सहित रिपोर्ट महिला कल्याण निदेशक को भेज दी है।
केवल वात्सल्य ग्राम में व्यवस्थाएं सही
स्वैच्छिक संगठनों द्वारा संचालित संस्थाओं में केवल साध्वी ऋतंभरा के वात्सल्य ग्राम स्थित अनाथालय में ही व्यवस्थाएं पूरी तरह ओके मिली हैं। इसका संचालन परम शक्ति पीठ प्रेमनगर द्वारा किया जा रहा है। साफ सफाई बेहतर थी और बच्चों का रहन-सहन और शिक्षा की व्यवस्था भी ठीक थी।
स्वैच्छिक संगठनों द्वारा संचालित वृद्धाश्रमों और अनाथालयों में व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया जा रहा है। जहां व्यवस्थाएं मुहैया नहीं कराने में परेशानी हो रही हो, उन संस्थाओं के संचालन का कोई औचित्य नहीं है। - सीपी सिंह, जिलाधिकारी।
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