Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Uttar Pradesh News: खाटू श्याम के दर्शन करना हुआ आसान, मथुरा और गोवर्धन से शुरू हुई बस सेवा

    By Jagran NewsEdited By: Abhishek Pandey
    Updated: Sun, 03 Sep 2023 05:07 PM (IST)

    Khatu Shyam भारत में कई प्राचीन मंदिर हैं। इनमें कृष्ण के मंदिर भी खूब मशहूर हैं। इन्हीं में से एक है राजस्थान के सीकर में स्थित खाटू श्याम जी का मंदिर। यह मन्दिर भक्तों के लिए ज्यादा लोकप्रिय है। इन्हें भक्त कलियुग के अवतार हारे का सहारा से लेकर लखदाता के नाम से भी पुकारते हैं। इस मंदिर की मान्यता देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में है।

    Hero Image
    UP News: खाटू श्याम के दर्शन करना हुआ आसान, मथुरा और गोवर्धन से शुरू हुई बस सेवा

    जागरण संवाददाता, गोवर्धन: भारत में कई प्राचीन मंदिर हैं। इनमें कृष्ण के मंदिर भी खूब मशहूर हैं। इन्हीं में से एक है राजस्थान के सीकर में स्थित खाटू श्याम जी का मंदिर। यह मन्दिर भक्तों के लिए ज्यादा लोकप्रिय है। इन्हें भक्त कलियुग के अवतार, हारे का सहारा से लेकर लखदाता के नाम से भी पुकारते हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस मंदिर की मान्यता देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में है। यही वजह है कि हर साल देश ही नहीं बल्कि विदेशी भी लाखों की संख्या में यहां भगवान खाटू श्याम जी का आशीर्वाद लेने यहां पहुंचते हैं। अगर आप भी खाटू श्याम जी जाना चाहते हैं, तो गिरिराज नगरी गोवर्धन से खाटू श्याम जाने के लिए बस सेवा शुरू की गई है। ताकि ब्रज क्षेत्र लोग भी इस सेवा का लाभ उठा सकें।

    जयपुर के रास्ते पहुंचेंगे खाटूश्याम

    जानकारी के मुताबिक, राजस्थान रोडवेज के लोहागढ़ द्वारा मथुरा और गोवर्धन से रविवार 3 सितंबर यानी आज से खाटूश्याम के लिए दो नई रोडवेज बसों का संचालन शुरू किया गया है। यहाँ गोवर्धन से सुबह 10 बजे खाटूश्याम के लिए शुरू हुई नई बस सेवा सुबह 10.30 बजे डींग, 11.30 बजे नगर, 11.15 बजे कठूमर होते हुए जयपुर के रास्ते शाम करीब 5.30 बजे खाटूश्याम पहुंचेगी।

    यह बस रात में रुकने के बाद सुबह 5.15 बजे वापस आएगी। जिसका निर्धारित किराया पुरुषों के लिए 332 और महिलाओं के लिए 193 रखा गया है। वही बस सेवा शुरू होते ही ब्रज क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई, जिससे कि अब भक्त आसानी से खाटू श्याम की यात्रा कर सकेंगे।