मां ने डांटा तो 150 KM साइकिल चलाकर प्रेमानंद से मिलने निकला बेटा... 100 CCTV की मदद से पुलिस ने तलाशा
लखनऊ में एक सातवीं कक्षा का छात्र अपनी माँ की डांट से नाराज़ होकर साइकिल से वृंदावन चला गया। परिजनों ने पुलिस को सूचना दी जिसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से उसे वृंदावन के एक आश्रम से बरामद किया। छात्र लगभग 150 किलोमीटर साइकिल चलाकर वृंदावन पहुंचा था। उसने माँ से किताब के लिए पैसे मांगे थे पर डांट पड़ने पर वह घर से निकल गया।
संवाद सहयोगी, जागरण, वृंदावन। राधानाम का प्रचार प्रसार कर सोशल मीडिया के जरिए देश-दुनिया के करोड़ों लोगों को अपना अनुयायी बना चुके संत प्रेमानंद के दर्शन को भक्त कुछ भी करते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। मां ने पढ़ाई के लिए डांटा तो लखनऊ में सातवीं कक्षा का एक छात्र स्वजन को बिना बताए साइकिल चलाकर वृंदावन पहुंच गया। चिंतित स्वजन ने इसकी सूचना लखनऊ पुलिस को दी।
पुलिस ने सीसीटीवी के जरिए छानबीन कर किशोर को वृंदावन के एक आश्रम से बरामद कर लिया। उसने करीब डेढ़ सौ किमी आगरा और यमुना एक्सप्रेस-वे पर साइकिल चलाई। हालांकि वह संत प्रेमानंद के आश्रम तक पहुंच नहीं पाया था।
रुपये मांगने पर मां की डांट से क्षुब्ध होकर निकल गया घर से
लखनऊ की पिंक सिटी बुद्धेश्वर निवासी सर्राफ धीरज सोनी की वहीं धनियामहरी में दुकान है। इनका बेटा विराट पारा के पास एक स्कूल में सातवीं में पढ़ता है। इंटरनेट मीडिया पर चल रही खबरों के मुताबिक, छात्र ने बुधवार को अपनी मां से किताब खरीदने के लिए सौ रुपये मांगे।
मां ने डांट दिया कि पढ़ाई तो करते नहीं, पापा के आने पर रुपये देंगे। इसके बाद विराट ने अपनी रेंजर साइकिल उठाई और सवा चार बजे घर से निकल गया। देर शाम तक न लौटने पर स्वजन परेशान हुए, पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने खोजबीन शुरू की।
100 सीसीटीवी खंगाल लखनऊ पुलिस ने वृंदावन के आश्रम से ढूंढा
सीसीटीवी चेक किए गए, पहले वह लखनऊ के शकुंतला मिश्रा विवि के पास लगे सीसीटीवी में आगरा एक्सप्रेस-वे की ओर जाता दिखाई दिया। 70 किमी दूर बांगरमऊ कट पर वह साइकिल समेत ट्रक में बैठ गया। फिर आगरा में वह ट्रक से उतरा और साइकिल से यमुना एक्सप्रेस-वे होते हुए वृंदावन पहुंच गया। शनिवार को वृंदावन के एक आश्रम से पुलिस ने उसे बरामद कर लिया। इसके लिए पुलिस ने करीब सौ सीसीटीवी खंगाले।
मां के मोबाइल पर लखनऊ से वृंदावन की दूरी सर्च की थी
लखनऊ की मोहन रोड चौकी प्रभारी सचिन कौशिक ने बताया कि तीन दिन तक पुलिस लगातार काम करती रही। चूंकि विराट ने मां के मोबाइल पर लखनऊ से वृंदावन की दूरी सर्च की थी, इसलिए हमें लगा कि यह वृंदावन में होगा। वहां पंफलेट बांटे। इसी दौरान यह वहां के गौरीगोपाल आश्रम में रुका था। पंफलेट देखने के बाद आश्रम के किसी ने फोन किया और बालक से बात कराई।
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