Smart Meter: स्मार्ट मीटर के खिलाफ व्यापारियों ने निकाला पैदल मार्च, यूपी के इस जिले में आंदोलन की चेतावनी
वृंदावन में स्मार्ट मीटर लगाने के विरोध में व्यापारियों ने पैदल मार्च निकाला। बिजली विभाग के अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की गई और एसडीओ कार्यालय पर ज्ञापन सौंपा गया। अधिकारियों को चेतावनी दी गई कि यदि स्मार्ट मीटर लगाना बंद नहीं किया गया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। लोगों ने स्मार्ट मीटर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।

संवाद सहयोगी, जागरण, वृंदावन। बिजली विभाग द्वारा लोगों के घरों के बाहर लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर का विरोध लगातार बढ़ता ही जा रहा है। सोमवार को दर्जनों लोगों ने व्यापारी नेता के नेतृत्व में पैदल मार्च निकाला।
बिजलीघर पर अधिकारी व जेई के न मिलने पर ज्ञापन एसडीओ कार्यालय के गेट पर चस्पा कर दिया और चेतावनी दी है कि यदि अधिकारियों ने स्मार्ट मीटर लगाना बंद नहीं किया तो वृहद आंदोलन करेंगे।
बिजली अधिकारियों के विरोध में लगाए नारे
सोमवार दोपहर को व्यापारी नेता धनेंद्र अग्रवाल बाबी के नेतृत्व में दर्जनों लोग चुंगी चौराहा से रंगजी बगीचा बिजलीघर तक स्मार्ट मीटर के विरोध में पैदल मार्च किया। इस दौरान लोगों ने बिजली अधिकारियों के विरोध में जमकर नारे लगाए। बिजली घर के गेट पर विरोध प्रदर्शन किया। कोई अधिकारी न मिलने पर ज्ञापन एसडीओ कार्यालय के गेट पर चस्पा कर दिया।
ये रहे मौजूद
लक्ष्मी नारायण दीक्षित, आनंद गुप्ता, लक्ष्मी, शैलेंद्र शर्मा, राहुल शुक्ला, सेटी सैनी, शशिकांत शर्मा, बिहारी लाल, कन्हैया लाल, पूरन सिंह, विकास ठाकुर, ललित, दीपक, विष्णु, आशीष ठाकुर, हरिओम ठाकुर मौजूद रहे।
गांव में बिजली कटौती को लेकर आक्रोश
रिफाइनरी उपकेंद्र से जुड़े गांव धाना तेजा में बिजली संकट को लेकर लोगों में आक्रोश पनप रहा है। यहां दिन में बिजली बंद रहती है और रात्रि में अधिक भार के कारण कम वोल्टेज की समस्या रहती है। गर्मियों में भी छह से आठ घंटे की कटौती ने लोगों को परेशान कर दिया था। बिजली संकट के कारण विद्यार्थी पढ़ाई तक नहीं कर पा रहे हैं।
कटौती की शिकायत लेकिन सुधार नहीं
रिफाइनरी उपकेंद्र से धाना तेजा गांव में बिजली आपूर्ति होती है। इस गांव में बिजली कटौती के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अक्सर घंटों बिजली कटौती कर दी जाती है। ग्रामीण महीनों से इस समस्या को लेकर अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई सुधार नहीं हो सका है।
ग्रामीणों का कहना है कि भीषण गर्मी में छह से आठ घंटे की कटौती होती थी। इ सके कारण गर्मी में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा था। अब जबकि तापमान कम हो गया है, लेकिन आपूर्ति में सुधार नहीं दिख रहा है। दिन व रात में घंटों बिजली गायब रहती है।
गांव के रोहित कुमार ने बताया, आठ घंटे की कटौती के कारण घरों में लगे इन्वर्टर ठप हो जाते हैं। अघोषित कटौती के कारण बच्चे पढ़ाई एवं विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी नहीं कर पा रहे हैं। वहीं कटौती के कारण रात्रि में गांव में अंधेरा छा जाता है। लोगों को रात्रि में मोमबत्ती जलानी पड़ती हैं।
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