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    SIR: घर-घर पहुंचने में बीएलओ का छूट रहा पसीना, गणना प्रपत्रों की वापसी बनी सिरदर्द

    By Rakesh Kumar Sharma Edited By: Prateek Gupta
    Updated: Sat, 22 Nov 2025 09:34 AM (IST)

    मथुरा में बीएलओ घर-घर जाकर गणना प्रपत्र बांट रही हैं, लेकिन उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मतदाताओं का सहयोग न मिलने और प्रपत्रों की वापसी में देरी से बीएलओ परेशान हैं। शहरी क्षेत्रों में घर बंद मिलने और किराएदारों के बदलने से समस्या और बढ़ गई है। मथुरा विधानसभा क्षेत्र में घनी आबादी के कारण मतदाताओं को ढूंढना मुश्किल हो रहा है।

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    सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।

    जागरण संवाददाता, मथुरा। मसानी रोड स्थित राधा आर्चिड कालोनी, राधा नगर और पंचवटी कालोनी में गणना प्रपत्रों का भारी भरकर बंडल लेकर घर-घर जाकर जब बीएलओ प्रीति थक गईं तो कालोनी के मंदिर में बैठकर मतदाताओं को फोन कर बुलाया।

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    कहीं किराएदार नहीं मिल रहे, कई लोग गणना प्रपत्र नहीं लौटा रहे हैं। शुक्रवार को कालोनी में एक घर पर पहुंची तो एक मतदाता ने खूब खरी-खोटी सुनाई। इतना सुनाया कि बीएलओ की आंखों में आंसू आ गए। शिकायत करने की धमकी दी सो अलग।

    दरअसल, विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (सीआइआर) में बीएलओ के लिए भी नई मुसीबत बन गया है। घर-घर दौड़ने के बाद भी काम नहीं हो पा रहा है। ऐसे में बीएलओ भी अब थक से गए हैं। बीएलओ प्रीति कहती हैं कि सुबह आठ बजे से घर-घर जाने में पूरा बंडल लेकर जाना पड़ता है।

    कुछ घर खाली मिलते हैं, जहां बताने वाला कोई नहीं होता। इन तक पहुंचने की भागदौड़ में दूसरे मतदाताओं तक पहुंचना संभव नहीं हो पाता। जो फार्म आए भी हैं तो बीएलओ एप पर फीड नहीं हो पा रहा।

    भाग संख्या 83 पर दर्ज 1200 मतदाताओं में से 800 से ज्यादा को फार्म दे दिए, जबकि 150 फार्म वापस मिल पाए हैं, लेकिन डोर टू डोर गणना प्रपत्र बांटने में दम फूल गया।

    जिले के पांचों विधानसभा क्षेत्रों में बीएलओ गणना प्रपत्र वितरण, वापसी और अपलोडिंग के दबाव में काम कर रहे हैं। सबसे अधिक दिक्कतें मथुरा विधानसभा क्षेत्र में आ रही हैं। यहां घनी आबादी व पलायन के कारण मतदाताओं को ढूंढना कठिन हो गया है।

    बीएलओ को हर घंटे अपडेट भी देना है और लाइव लोकेशन भी। बिरला मंदिर, किशोरी नगर क्षेत्र की बीएलओ बीना खंडेलवाल कहती हैं कि शहरी क्षेत्रों में घर बंद मिलना आम स्थिति है। कई मकानों में लोग महीनों से नहीं रह रहे। कुछ किराएदारों ने मकान बदल लिए।

    अब उनके बारे में कौन बताए। एक-एक घर के कई-कई चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। लोग फार्म लेकर लौटा नहीं रहे। अधिकतर प्रपत्र बांट दिए गए हैं। अशोक विहार, सदर बाजार में बीएलओ बदलने से दिक्कतें आ रही हैं।

    नई बीएलओ बनी रीना सोनकर गुलाब स्कूल में वीडियो काल कर उच्चाधिकारियों को हर घंटे बताती हैं कि वह मतदाताओं के प्रपत्र भरवा रही हैं। काम में देरी न हो, इसलिए अपने पुत्र को भी मदद के लिए साथ लगा लिया है।

    डीएवी इंटर कालेज में बीएलओ का काम देखने वाले डोरी लाल की समस्या अलग है। इस क्षेत्र की महिला बीएलओ चार दिन पहले ही अपनी शादी के कारण छुट्टी पर चली गई। अब उनको अचानक काम मिला है तो कैसे जल्दी जल्दी काम हो। इस क्षेत्र में पहले कभी काम नहीं किया, मतदाताओं की भी जानकारी नहीं है।

     

    कैसे भरें गणना प्रपत्र

    गणना प्रपत्र में मतदाताओं की जन्मतिथि, आधार संख्या भरनी है, मोबाइल नंबर, पिता नाम, पिता का इपीक नंबर, मां का नाम, माता का इपीक नंबर भरना होगा।

    इसके अतिरिक्त वोटर के पति, पत्नी नाम और इपीक नंबर यदि लागू हो भरना होगा। 2023 मतदाता सूची के तहत डिटेल देनी होगी। राज्य, जिला, तहसील और गांव का नाम भरना है।