Banke Bihari Mandir Corridor बनने के बाद ठाकुर बांकेबिहारी के दर्शन होंगे आसान, दस हजार भक्त एक साथ रुक सकेंगे
Banke Bihari Mandir Corridor जुगलघाट की 25 और विद्यापीठ की गली होगी सात मीटर चौड़ी। जादौन पार्किंग वाली गली होगी 15 मीटर। संपत्ति का मू्ल्यांकन सर्किल ...और पढ़ें

मथुरा-वृंदावन, जागरण टीम। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के लिए प्रस्तावित गलियारे के लिए 322 भवनों का चिह्नांकन हो चुका है। गलियारे में मंदिर तक पहुंचने के लिए तीन रास्ते बनाए गए हैं, ताकि श्रद्धालुओं को सुगमता रहे। एक रास्ता जुगलघाट से आएगा, दूसरा विद्यापीठ चौराहे से और तीसरा जादौन पार्किंग से आएगा।
मंदिरों को संरक्षित किया जाएगा
जुगलघाट की सड़क 25 मीटर चौड़ी होगी, विद्यापीठ की सात और जादौन पार्किंग (वीआइपी) की सड़क 15 मीटर चौड़ी होगी। गलियारे के दायरे में आने वाले चार प्राचीन मंदिरों को भी चिह्नित किया गया है। हालांकि इन मंदिरों को संरक्षित किया जाएगा। नगर आयुक्त अनुनय झा की अगुवाई में गठित आठ सदस्यीय कमेटी ने चार दिन में 322 भवनों का चिह्नांकन किया है।
शिफ्ट होगी पुलिस चौकी
भवनों को चिह्नित कर उनका मूल्यांकन किया जा रहा है, जो दो दिन में पूरा जाएगा। कार्रवाई आगे बढ़ने पर भूमि अधिग्रहण कर ये भवन ध्वस्त किए जाएंगे। गलियारे के लिए वृंदावन परिक्रमा मार्ग के जुगलघाट पर मुख्य प्रवेश द्वार बनेगा। गलियारे के दायरे में आ रही बिहारी जी पुलिस चौकी और जुगलघाट स्थित शौचालय को भी शिफ्ट किया जाएगा।
वाहनों के लिए प्रस्तावित हैं पांच पार्किंग
वृंदावन में वाहनों की अधिकता के कारण जाम लगता है। प्रस्तावित गलियारा के साथ ही वाहनों के लिए पार्किंग स्थल भी प्रस्तावित हैं। अभी रुक्मिणी विहार में मल्टीलेवल पार्किंग के साथ ही दारुख पार्किंग है। यहां नगर निगम की एक और वाहन पार्किंग मार्च में शुरू होगी, साथ ही रामताल के अलावा यमुना पार जहांगीरपुर में भी एक पार्किंग स्थल प्रस्तावित है।
सरकार की रिपोर्ट का इंतजार करेंगे सेवायत
ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के प्रस्तावित गलियारा को लेकर सेवायतों का विरोध तेज हो गया है। सरकार के इस निर्णय के विरुद्ध सेवायत सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन इसके पहले वह 17 जनवरी को हाईकोर्ट में प्रदेश सरकार की ओर से प्रस्तुत होने वाली रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। सेवायत ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर गलियारे का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि गलियारा बनने से प्राचीन कुंज गलियां और वृंदावन का प्राचीन स्वरूप नष्ट हो जाएगा।
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विरोध तेज हो गया
हाईकोर्ट के निर्देश पर प्रशासनिक टीम ने गलियारा के दायरे में आने वाले भवनों को चिह्नित किया, तो विरोध तेज हो गया है। शनिवार को मंदिर परिसर में करीब दो दर्जन सेवायत उपस्थित हुए। यहां सभी सेवायतों को एकजुट करने के प्रयास किए गए। भले ही खुलकर कोई सेवायत नहीं कह रहा है, लेकिन बैठक में निर्णय लिया कि गलियारे को लेकर सरकार, हाईकोर्ट में 17 जनवरी को रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। इसके प्रस्तुत होने के बाद सेवायत सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। ठाकुर बांकेबिहारी के अनन्य भक्त हरगुलाल बेरीवाला ने 104 वर्ष पहले ठाकुरजी की भोग सेवा का जिम्मा संभाला। हरगुलाल की हवेली टूटी तो सेवा बाधित होगी।

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