Saint Premanand: सूने पड़े पदयात्रा के रास्ते, संत प्रेमानंद की झलक को भटक रहे श्रद्धालुओं में छाई मायूसी
वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज अस्वस्थ होने के कारण पदयात्रा नहीं कर रहे हैं जिससे भक्त निराश हैं। आश्रम ने अनिश्चितकाल के लिए पदयात्रा स्थगित कर दी है लेकिन भक्तों को उनके जल्द स्वस्थ होने की उम्मीद है। पदयात्रा मार्ग के व्यापारियों का व्यापार ठप हो गया है जिससे उनकी रोजी-रोटी पर संकट आ गया है।

संवाद सहयोगी, जागरण, वृंदावन। राधानाम का प्रचार प्रसार कर देश दुनिया के भक्तों को सनातन की राह दिखाने वाले संत प्रेमानंद इन दिनों अस्वस्थ चल रहे हैं। यही कारण है कि वे सुबह की पदयात्रा पर नहीं निकल रहे हैं।
पिछले तीन दिन से लगातार पदयात्रा के रास्ते में रातभर भक्तों का हुजूम दर्शन के लिए पहुंच रहा है। लेकिन, जब सुबह तक संत प्रेमानंद पदयात्रा करते दर्शन नहीं देते तो मायूस होकर भक्त गंतव्य को चले जाते हैं और फिर दूसरे दिन भी वही हालात।
संत की एक झलक को भटक रहे श्रद्धालु, मायूसी छाई
ये हालात तब हैं जबकि संत प्रेमानंद के आश्रम श्रीराधा केलिकुंज ने नोटिस जारी कर संत प्रेमानंद की रात्रिकालीन पदयात्रा को अनिश्चिताल के लिए स्थगित कर दिया। लेकिन, भक्तों को आज भी उम्मीद है कि संत प्रेमानंद जल्द स्वस्थ होंगे और फिर से पदयात्रा करते हुए दर्शन देंगे।
श्रीराधा केलिकुंज के आसपास भक्तों ने डेरा डाला है, कब दर्शन हो जाएं। लेकिन, सबसे अधिक आहत पदयात्रा के मार्ग के व्यापारी हैं। जिनका व्यापारी पूरी रात चलता था। वहां अब सन्नाटा पसरा रहता है। उनके सामने असमंजस ये कि अगर संत प्रेमानंद की पदयात्रा अनिश्चतकाल के लिए स्थगित हुई है तो उनकी रोजी रोटी पर बड़ा असर देखने को मिलेगा।
सूने पड़े पदयात्रा के रास्ते, ग्राहकों का इंतजार कर रहे दुकानदार
संत प्रेमानंद सुबह चार बजे प्रतिदिन श्रीकृष्ण शरण आवासीय अपार्टमेंट से पदयात्रा करते हुए रमणरेती क्षेत्र स्थित श्रीराधा केलिकुंज आश्रम पहुंचते थे। पिछले तीन दिन से पदयात्रा बंद रही और शनिवार को आश्रम ने पदयात्रा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने का एलान कर दिया। ऐसे में श्रीकृष्ण शरणम से लेकर आश्रम तक सैकड़ों दुकानदार, फड़ संचालकों की दुकानदारी पर बड़ा असर देखने को मिलेगा।
रात भर सड़कों पर रहती थी भीड़
रातभर जो सड़कें श्रद्धालुओं की भीड़ से अटी रहती थीं, वहां सन्नाटा पसरेगा तो व्यापार भी विपरीत असर पड़ेगा। श्रद्धालुओं का कहना है कि हमने अब भी उम्मीद नहीं छोड़ी है, जल्द ही संत प्रेेमानंद स्वस्थ होंगे और अपने भक्तों को दर्शन देने के लिए पदयात्रा पर निकलेंगे।
ये कहते हैं श्रद्धालु
संत प्रेमानंद की पदयात्रा बंद हुई तो हमारा तो पूरा व्यापार ही ठप हो गया। परांठे बनाकर रातभर रोजी रोटी कमा लेते हैं। लेकिन, अब तो लोग भी बहुत कम आ रहे हैं। तीन दिन से रोजी रोटी पर बहुत बड़ा असर पड़ गया है। -रिंकू यादव, दुकानदार।
हम तो संत प्रेमानंद के श्रद्धालुओं की भीड़ देख जालौन से यहां ठेल लगाने आए थे। अच्छा खासा नाश्ते का काम चल रहा था। अब संत प्रेमानंद पदायात्रा पर निकल ही नहीं रहे तो पूरा काम ठप हो गया है। जल्द ही न निकले तो हमें तो गांव लौटने को मजबूर होना पड़ेगा। -शैलेंद्र पाल, दुकानदार, जालौन।
दो वर्ष पहले जालौन से हम वृंदावन आए, संत प्रेमानंद के दर्शन की भीड़ देख यहीं चाय, पानी, कोल्डड्रिंक की दुकान खोल ली और अच्छा खासा व्यापार चल रहा था। अब पदयात्रा स्थगित होने से धंधा ठप हो गया है। -महेंद्रपाल, दुकानदार, जालौन।
हमारी चाय, नाश्ता, काफी, जनरल स्टोर की दुकान तो केवल संत प्रेमानंद के भक्तों की भीड़ पर ही चलती थी। अच्छी खासी दुकान चल रही थी। अचानक संत की पदयात्रा स्थगित हो गई। पिछले तीन दिन में दुकानदारी पूरी तरह ठप है। -अभिषेक सिंह, दुकानदार, कन्नौज।
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