Radhashtami: राधाष्टमी महोत्सव को लेकर बरसाना में कैसी व्यवस्था? छह जोन और 18 सेक्टर में बांटा गया मेला क्षेत्र
बरसाना में राधाष्टमी महोत्सव की तैयारी तेज़ी से चल रही है जिसमें लगभग 15 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। मेला क्षेत्र को छह जोन में बांटा गया है और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। श्रद्धालुओं के लिए प्रवेश और निकास के अलग-अलग रास्ते होंगे और साफ़ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
संवाद सूत्र, बरसाना। राधाष्टमी महोत्सव की तैयारियां अब तेज हो गई हैं। शुक्रवार को डीएम व एसएसपी ने अधिकारियों के साथ आयोजन की तैयारियों को लेकर बैठक की। डीएम ने कहा कि राधाष्टमी महोत्सव में इस बार भव्यता दिखाई देगी। पूरे मेला जोन के छह जोन और 18 सेक्टर में बांटा गया है। सभी अधूरे काम 29 अगस्त तक पूरे करने के निर्देश दिए गए हैं।
इस बार 30 व 31 अगस्त को राधाष्टमी महोत्सव मनेगा। इसमें करीब 15 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। डीएम सीपी सिंह और एसएसपी श्लोक कुमार ने अधिकारियों के साथ बैठक की। कहा कि इस बार महोत्सव की तैयारियां पहले से भी बेहतर हों। एकल मार्ग से श्रद्धालु नए बस स्टैंड से पीली कोठी तिराहा होते हुए मंदिर में प्रवेश करेंगे ।
जयपुर मंदिर मार्ग से उन्हें नीचे उतारा जाएगा। नए बस स्टैंड मार्ग तथा पार्किंग स्थलों पर जूता घर बनाए जाएंगे। डीएम ने नगर पंचायत व मंदिर प्रशासन को बेहतर सफाई के निर्देश दिए। एसएसपी ने बताया कि पूरे मेला क्षेत्र को छह जोन और 18 सेक्टर में बांटा गया है।
प्रत्येक जोन के प्रभारी एसपी व एडीएम रैंक के अधिकारी रहेंगे। सेक्टर प्रभारी सीओ व मजिस्ट्रेट रैंक के अधिकारी रहेंगे। बस स्टैंड से ही श्रद्धालुओं को कतारबद्ध तथा टुकड़ियों के माध्यम से राधारानी मंदिर में प्रवेश कराया जाएगा। जब मंदिर बंद होगा तो श्रद्धालुओं को कटारा चौक के पास रोका जाएगा।
इससे सीढ़ियों पर भीड़ का दबाव नहीं बनेगा। राधारानी मंदिर में बैरिकेड्स के चलते लाइन में श्रद्धालुओं को दर्शन कराए जाएंगे। भीड़ को देखते हुए करीब 16 घंटे तक राधारानी का मंदिर खुलेगा। डीएम ने बरसाना वासियों को भी अपने घरों को सजाने की अपील की। एमवीडीए भी पूरे नगर को सजाएगा।
ब्रह्मांचल पर्वत की सफाई के लिए मंदिर समिति ने नगर पंचायत को दो लाख रुपये देने की बात कही। बैठक में तय हुआ कि भंडारा कस्बे से बाहर लगेंगे। यह भंडारा गोवर्धन ड्रेन तथा राणा की प्याऊ के बाहर लगेंगे।भंडारा में प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं होगा।
पूरे मेला क्षेत्र में बाइक व ई रिक्शा प्रतिबंध रहेंगे। सुदामा चौक से सीढ़ी के रास्ते मंदिर जाने वाले रास्ते पर जर्जर दीवार देख डीएम ने लोहे की जाली लगाने को कहा, ताकि वर्षा में दीवार न गिरे। चेयरमैन प्रतिनिधि पदम फौजी, सेवायत मोंटू गोस्वामी, रिसीवर समिति के सदस्य आशीष कृष्ण शर्मा, सुशील गोस्वामी, यज्ञपुरुष गोस्वामी, मधुमंगल गोस्वामी आदि मौजूद रहे।
स्थानीय लोग बोले, जन्म के लाइव दर्शन हों
राधारानी के जन्म के दर्शन करने को लाखों लोग आते हैं, लेकिन जन्म के दर्शन एक बार में केवल 20 से 30 हजार श्रद्धालु ही कर पाते हैं। जन्म के लाइव दर्शन को लेकर पूर्व वाइस चेयरमैन गोकुलेश कटारा ने डीएम सीपी सिंह से अनुरोध किया कि लाखों की भीड़ को देखते हुए जन्म के लाइव दर्शन हों। इस पर डीएम ने सेवायतों से बात की, फिलहाल जन्म के दर्शन करने के बजाए बाकी उत्सव के सीधे प्रसारण की अनुमति सेवायतों ने दे दी।
यह रहेंगी व्यवस्था
मेला में सात वाच टावर, 30 पानी के टैंकर, 25 मोबाइल टायलेट, 15 चिकित्सा शिविर, 10 एंबुलेंस, 160 रोडवेज बस, छह अग्निशमन वाहन, 160 स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे, तीन खोया पाया केंद्र, 300 सफाई कर्मी, दो प्लाटून पीएसी, 2500 पुलिस के जवान, 12 वाटर कूलर, 88 बैरियर व 50 पार्किंग स्थल बनाए जा रहे हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।