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    परिवार सहित आत्‍महत्‍या करने किसानों के बीच पहुंचे 'SSP', आनन-फानन आई पुलिस; मचा हड़कंप

    By Jagran NewsEdited By: Nirmala Bohra
    Updated: Thu, 12 Jun 2025 06:42 PM (IST)

    मथुरा में भारतीय किसान यूनियन के धरने के दौरान डाक विभाग के एसएसपी फांसी का फंदा लेकर किसानों के बीच पहुंचे और उन्हें मारने की बात कही। उन्होंने किसान नेताओं पर धमकाने का आरोप लगाया। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद किसानों ने धरना समाप्त कर दिया अधीक्षक ने समस्याओं के समाधान के लिए एक महीने का समय दिया। अधीक्षक ने किसानों पर गुमराह करने का आरोप भी लगाया।

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    फांसी का फंदा ले परिवार सहित मरने किसानों के बीच पहुंचे डाक अधीक्षक। जागरण

    जागरण संवाददाता, मथुरा । प्रधान डाकघर में भाकियू चढ़ूनी के अनिश्चितकालीन धरने से परेशान डाक विभाग के प्रवर अधीक्षक (एसएसपी) गुरुवार को हाथों में फांसी का फंदा लेकर किसानों के बीच पहुंच गए। फांसी का फंदा लिए उनके परिवार के लोग भी साथ में थे।

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    प्रवर अधीक्षक, उनकी पत्नी व बच्चों ने धरने पर बैठे किसान नेताओं के हाथों में फंदा पकड़ाते हुए कहा कि वो उन्हें मार दें। इससे किसान सकते में आ गए। प्रवर अधीक्षक ने किसान नेताओं पर उन्हें धमकाने का आरोप लगाया। हंगामा होते देख मौके पर पहुंची पुलिस ने समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। पुलिस के समझाने व प्रवर अधीक्षक के फांसी एक्ट से बैकफुट पर आए किसानों के अनिश्चितकालीन धरने का भी अंत हो गया।

    सिविल लाइन स्थित प्रधान डाकघर पर भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी गुट का अनिश्चितकालीन धरना तीन दिन से चल रहा था। भाकियू द्वारा आधार कार्ड नामांकन में भ्रष्टाचार, विभागीय कर्मचारियों के निलंबन व बहाली में पैसों के लेनदेन, एजेंटों के जरिए खाते खोलने पर जोर देने व दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई करने की मांग की जा रही थी।

    दर्जनों की संख्या में प्रधान डाकघर का घेराव किए हुए बैठे किसान डाकघर में ही तीसरी मंजिल पर रहने वाले प्रवर अधीक्षक को बुलाने पर अड़े थे। बुधवार को भाकियू नेताओं व प्रवर अधीक्षक के मध्य बातचीत हुई। प्रवर अधीक्षक ने मांगें पूरी किए जाने का भरोसा दिलाया तो किसानों ने अगले दिन अपना आंदोलन खत्म करने के लिए कहा। लेकिन गुरुवार करीब तीन बजे किसान प्रवर अधीक्षक को एक बार फिर से अपने बीच में बुलाने पर अड़ गए।

    प्रवर अधीक्षक विजेंद्र अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ हाथ में फांसी का फंदा लिए नीचे किसानों के बीच पहुंचे। उन्होंने भाकियू पदाधिकारियों पर उन्हें जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए स्वजन सहित खुद को मारने के लिए फांसी का फंदा किसानों को पकड़ा दिया। थाना सदर पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाया।

    किसानों ने समस्याओं के समाधान के लिए एक माह का समय देते हुए धरना समाप्त कर दिया। भाकियू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रतन सिंह पहलवान व जिलाध्यक्ष संजय पाराशर ने कहा कि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो एक माह बाद डाक विभाग के आगरा स्थित कार्यालय पर धरना दिया जाएगा।

    तीन घंटे में आईं धमकी भरी 43 वाट्सएप काल

    प्रवर अधीक्षक डाकघर विजेंद्र ने बताया कि भाकियू का धरना प्रायोजित था। यहां से स्थानांतरित कर्मचारी प्रमोद व अन्य कुछ सेवा समाप्त किए गए कर्मचारियों ने किसानों को गुमराह कर धरने पर बैठा दिया है। उन्हीं की तरफ से किसानों के भोजन की व्यवस्था की गई है।

    प्रवर अधीक्षक का आरोप है कि धरना प्रदर्शन के प्रमुख प्रायोजक जुगसना पोस्ट आफिस के एसपीएम प्रमोद ने उन्हें बुधवार रात को वाट्सएप काल कर धमकाया। प्रमोद ने वाट्सएप पर उन्हें तीन घंटे में 43 काल कीं। उन्होंने पुलिस व डाक विभाग के उच्चाधिकारियों को मामले से अवगत कराया है।