Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    UP Politics: रालोद-भाजपा गठबंधन में दरार! पंचायत चुनाव में दिखेगा वार; देखिए कहां से शुरू हुआ था सिलसिला

    UP Politics मथुरा में भाजपा और रालोद के गठबंधन में दरार दिखाई दे रही है। गन्ना विकास मंत्री ने रालोद को अशुभ बताया जिसके बाद भाजपा विधायक ने रालोद एमएलसी पर अवैध शिलापट्टिका लगाने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री से शिकायत के बाद अवैध शिलापट्टिकाएं हटाने के आदेश दिए गए। इस तनातनी का असर पंचायत और विधानसभा चुनावों पर दिख सकता है।

    By vineet Kumar Mishra Edited By: Abhishek Saxena Updated: Tue, 19 Aug 2025 11:40 AM (IST)
    Hero Image
    प्रस्तुतीकरण के लिए रालोद मुखिया और भाजपा की फाइल फोटो का प्रयोग किया गया है।

    विनीत मिश्र, जागरण, मथुरा। लोकसभा चुनाव में दोस्ती करने वाली रालोद और भाजपा के गठबंधन में अब दरार पड़ती दिख रही है। सत्ताधारी दल के विधायक और रालोद के पूर्व विधायक और एमएलसी में तनातनी ने सियासी दोस्ती पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पहले गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने रालोद को पट्टपांव (अशुभ) पार्टी करार दिया, अब भाजपा के मांट विधायक राजेश चौधरी ने रालोद एमएलसी योगेश नौहवार पर सरकारी विकास कार्यों पर अपनी शिलापट्टिका अवैध रूप से लगाने की शिकायत सीएम से की। अवैध पट्टिकाएं हटाने का आदेश भी लोक निर्माण विभाग ने दे दिया।

    रालोद और भाजपा के नेताओं में तनातनी से दोनों दलों के अन्य नेता भी असहज महसूस कर रहे हैं। इसका असर अगले वर्ष होने वाले पंचायत चुनाव और फिर विधानसभा चुनाव में भी दिखेगा।

    छाता में गन्ना विकास मंत्री ने पूर्व मंत्री और रालोद पर निशाना साधा, फिर पलटे

    दोनों दलों में दरार कैसे पड़ी, इसे भी जरा समझ लीजिए। पूर्व मंत्री ठाकुर तेजपाल सिंह और गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण के बीच वर्षों से छाता विधानसभा में सियासी खींचतान है। पिछले दिनों तेजपाल सिंह के घर रालोद मुखिया जयन्त चौधरी पहुंचे तो फिर मीडिया में तेजपाल सिंह ने बयान दिया कि इस बार छाता की सीट रालोद के खाते में आएगी और उनका बेटा चुनाव लड़ेगा।

    अब मांट में भाजपा विधायक व रालोद एमएलसी में ठनी

    इस पर चौधरी लक्ष्मी नारायण ने मीडिया में बयान जारी कर रालोद को पट्टपांव पार्टी बताया और कहा कि जिसके साथ यह दल रहता है, उसका सूपड़ा साफ होता है। पार्टी नेतृत्व तक शिकायत हुई, तो चौधरी लक्ष्मी नारायण ने पलटी मारी और मीडिया पर ठीकरा फोड़ते हुए अपना आदर्श चौधरी चरण सिंह को बताया। दोनों दलों को साथ लेकर काम करने की बात कही।

    दूसरे तेजपाल सिंह ने पंचायत चुनाव भी अलग-अलग लड़ने और जिसके सदस्य ज्यादा होने उस दल का जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने की बात कही। भले ही चौधरी लक्ष्मी नारायण ने बयान बदल दिया, लेकिन जो खाई बढ़ी, उसे पाटना इतना आसान नहीं है। अब नया राजनीतिक विवाद मांट विधानसभा क्षेत्र में मचा है।

    यहां से भाजपा विधायक राजेश चौधरी और रालोद से एमएलसी योगेश नौहवार में ठन गई है। राजेश चौधरी पहली बार विधानसभा चुनाव लड़े और जीते, जबकि योगेश नौहवार पूर्व में यहां से चुनाव लड़ चुके हैं। दोनों नेताओं की नजर में मांट सीट है।

    एमएलसी की शिलापट्टिका टूटीं

    कई विकास कार्य ऐसे हैं, जिनमें शिलान्यास का पत्थर राजेश चौधरी का लगा है और कुछ दूरी पर लोकार्पण की शिलापट्टिका योगेश नौहवार की लगी। पिछले दिनों राजेश ने इसकी शिकायत सीएम योगी आदित्यनाथ ने से की। आरोप लगाया कि कुछ लोग निजी पैसे से अवैध रूप से पट्टिका लगा रहे हैं। लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता ने अवैध पट्टिका हटाने का निर्देश भी दिया।

    मामला यहीं तक सीमित नहीं है, दोनों के कार्यकर्ताओं में भी काफी समय से पालेबंदी है। इस बीच रविवार रात सुरीर क्षेत्र में सीसी मार्ग और गांव नगला मौजी मार्ग पर लगीं दो शिलापट्टिकाएं अराजकतत्वों ने क्षतिग्रस्त कर दीं।

    कुछ दिनों पहले सुरीर में बैकुंठी घाट मार्ग और गांव इरौली जुन्नारदार में विधायक राजेश चौधरी के नाम की शिलापट्टिकाएं भी क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। भले ही इस विवाद में पार्टी के अन्य पदाधिकारी और नेताओं ने चु्प्पी साध ली है, लेकिन इसके दूरगामी संकेत अच्छे नहीं दिख रहे हैं।

    एमएलसी के नाम की शिलापट्टिकाएं टूटने की मुझे जानकारी नहीं है। लेकिन यह अवैध रूप से लगाई गई हैं। यदि शिलापट्टिकाएं लगाने की एमएलसी के पास कोई आदेश है तो दिखाएं और फिर जिले में अन्य एमएलसी हैं, उनकी पट्टिकाएं भी लगाई जाएं। जल्द ही इस मामले में कार्रवाई भी होगी। राजेश चौधरी, विधायक मांट

    अब तक पांच शिलापट्टिकाएं विधायक राजेश चौधरी के कहने पर तोड़ी गई हैं। इस मामले में मैं डीएम से शिकायत कर रहा हूं। जो भी शिलापट्टिका लगी हैं, वैध रूप से लगी हैं। योगेश नौहवार एमएलसी रालोद

    पार्टी के विधायक और रालोद नेताओं के बीच जो भी विवाद है, उसे हम गठबंधन धर्म निभाते हुए बैठकर निपटा लेंगे, इसका कहीं कोई असर नहीं है। निर्भय पांडेय, जिलाध्यक्ष भाजपा

    यह निजी हितों की लड़ाई है। इसमें पार्टी स्तर पर कोई विवाद नहीं है। हमने सारी जानकारी पार्टी नेतृत्व को दे रखी है। राजपाल सिंह भरंगर, जिलाध्यक्ष रालोद