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    चक्कर लगाते रहोगे NOC नहीं मिलेगी... पेट्रोल पंप एनओसी को मांगी दो लाख की रिश्वत, रंगे हाथ हुआ गिरफ्तार

    Updated: Sat, 12 Jul 2025 12:11 PM (IST)

    मथुरा में एंटी करप्शन टीम ने वन विभाग के प्रधान लिपिक को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। लिपिक ने पेट्रोल पंप की एनओसी जारी करने के लिए दो लाख रुपये की मांग की थी। शिकायत मिलने पर टीम ने जाल बिछाकर उसे गिरफ्तार कर लिया। इस घटना से पूरे विभाग में हड़कंप मच गया।

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    एंटी करप्शन टीम ने वन विभाग के प्रधान लिपिक को रिश्वत लेते रंगेहाथ दबोचा।

    संसू, जागरण महावन (मथुरा)। पेट्रोल पंप की एनओसी के एवज में दो लाख रुपये की रिश्वत मांगने वाले वन विभाग के प्रधान लिपिक को आगरा की एंटी करप्शन की टीम ने शुक्रवार को 50 हजार रुपये के साथ रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।

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    वन विभाग के परिसर से टीम उसको उठाकर ले गई। जमुनापार थाने में इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। टीम की कार्रवाई से वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों में खलबली मच गई। कई घंटे तक कोई कुछ भी बोलने को तैयार नहीं था।

    रिफाइनरी थाना क्षेत्र अंतर्गत नगला पहोपी निवासी राजन सिंह की वर्ष 2022 में भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड ने आगरा-दिल्ली हाईवे पर पेट्रोल पंप स्वीकृत की थी। लाइसेंस जारी होने के बाद राजन सिंह आगरा-दिल्ली हाईवे पर नगला हसन सिंह के खसरा संख्या-18 में पेट्रोल पंप का निर्माण कराना चाहते थे।

    स्वीकृत पेट्रोल पंप के निर्माण को एनओसी के एवज में मांगे थे दो लाख

    इसके लिए उन्होंने सामाजिक वानिकी प्रभाग मथुरा के प्रभागीय वनाधिकारी के कार्यालय में अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी करने के लिए प्रार्थना पत्र दिया। अन्य सभी औपचारिकता पूर्ण होने के बाद करीब चार माह पूर्व फाइल प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय पहुंच गई। एनओसी के लिए राजन सिंह के जीजा महावन थाना के प्रेमनगर खुर्द निवासी रोहिताश तंवर ने भी कई बार कार्यालय के चक्कर लगाए मगर एनओसी नहीं मिली।

    कहा था, चक्कर लगाते रहोगे, एनओसी नहीं मिलेगी

    रोहिताश की करीब एक सप्ताह पूर्व प्रधान लिपिक कोतवाली नगर के होली गेट गोल पाड़ा निवासी किशोर चतुर्वेदी की कार्यालय में मुलाकात हुई। आरोप है कि प्रधान लिपिक ने उनसे कहा कि कार्यालय के चक्कर लगाते रहोगे, एनओसी नहीं मिलेगी, फाइल ऐसे ही पड़ी रहेगी। अगर एनओसी चाहते हो तो दो लाख रुपये का खर्चा होगा।

    इस पर रोहिताश ने कहा अभी इतने पैसे मेरे पास नहीं हैं तो प्रधान लिपिक बोला पहले 50 हजार रुपये दो, शेष काम होने के बाद दे देना। इस पर रोहिताश ने रुपये का इंतजाम करने के लिए कहा। पांच दिन पूर्व रोहिताश अपने साले राजन सिंह को लेकर आगरा एंटी करप्शन कार्यालय पहुंचे, जहां अधिकारियों को पूरे मामले से अवगत कराया।

    एंटी करप्शन टीम पहुंची

    इसके बाद एंटी करप्शन के कुछ कर्मचारी इस मामले की जांच के लिए मथुरा आए। शिकायत सही पाए जाने पर शुक्रवार को प्रभारी सहवीर सिंह के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। टीम दोपहर 12.45 बजे रोहिताश तंवर को लेकर सामाजिक वानिकी प्रभाग कार्यालय पहुंची। रोहिताश ने प्रधान लिपिक को फोन किया। कुछ देर में प्रधान लिपिक किशोर चतुर्वेदी कार्यालय परिसर में आया।

    आगरा की टीम ने परिसर से किया गिरफ्तार, जमुनापार थाने में मामला दर्ज

    रोहिताश ने उसे 50 हजार रुपये दिए। इस रकम को प्रधान लिपिक ने अपने लोअर की जेब में रख लिए। तभी समीप में मौजूद एंटी करप्शन की टीम ने रिश्वत की रकम के साथ प्रधान लिपिक को दबोच लिया और अपने साथ ले गई। पूछताछ के बाद शाम चार बजे टीम ने जमुनापार थाने में पहुंची। टीम के प्रभारी सहवीर सिंह ने थाने में मुकदमा अपराध संख्या निल पर प्रधान लिपिक के खिलाफ धारा संख्या सात-भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम 2018 में प्राथमिकी दर्ज कराई।

    प्रभारी निरीक्षक अजय किशोर ने बताया, प्रार्थना पत्र पर निल पर मामला दर्ज कर लिया है। शनिवार को थाना पुलिस आरोपित को मेरठ कोर्ट में पेश करेगी। इस मामले की सुनवाई मेरठ में ही होगी।

    एंटी करप्शन की टीम ने रिश्वत के साथ रंगेहाथ सामाजिक वानिकी प्रभाग के प्रधान लिपिक को गिरफ्तार किया है। इस मामले में थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। उन्होंने कहा, भ्रष्टाचार किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो भी भ्रष्टाचार में संलिप्त होगा, उसके खिलाफ इसी तरह लगातार कार्रवाई की जाएगी। - चंद्र प्रकाश सिंह, जिलाधिकारी, मथुरा।