संत से बोले DM CP Singh- लड्डूगोपाल का भोग लगाया कि नहीं? बाढ़ पीड़ित शिविर में दौरा करने पहुंचे अधिकारी
डीएम सीपी सिंह ने एसएसपी श्लोक कुमार के साथ वृंदावन के बाढ़ राहत शिविरों का दौरा किया। उन्होंने मोदी भवन शिविर में बाढ़ पीड़ितों और संतों से भोजन और व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। डीएम ने अन्य शिविरों का भी निरीक्षण किया और लोगों को मिल रही सुविधाओं के बारे में पूछा। परिक्रमा मार्ग में नावों से आवागमन जारी है।

संवाद सहयोगी, जागरण, वृंदावन। डीएम सीपी सिंह ने एसएसपी श्लोक कुमार के साथ नगर के सभी बाढ़ राहत शिविरों का जायजा लिया। मोदी भवन राहत शिविर में अपने साथ लड्डूगोपाल लेकर बाढ़ राहत शिविर में रह रहे संत से डीएम सीपी सिंह ने पूछा कि भोजन मिला या नहीं इस संत ने हामी भरी तो डीएम ने विराजमान ठाकुरजी को देख कहा ठाकुरजी का भोग लगाया कि नहीं।
मोदी भवन बाढ़ राहत केंद्र पर संत कौशल दास ने कहा डीएम के सवाल का जवाब देते हुए कहा पहले ठाकुरजी को भोग लगाया उसके बाद भोजन प्रसाद पाया। उन्होंने वहां ठहरे बाढ़ पीड़ितों के पास जाकर डीएम ने एक-एक कर भोजन के बारे में पूछा साथ ही शिविर में किसी तहर की परेशानी न तो नहीं।
डीएम ने शिविर में बाढ़ पीड़ितों का हाल जाना
इस पर लोगों ने संतुष्टि भरी नजरों से डीएम की ओर देखा और कहा कि यहां भोजन भरपूर है, कोई परेशानी नहीं है। इसके इसके बाद डीएम सुवटी देवी झुनझनुवाला स्कूल, गुरुकुल शिविर व मलूक पीठ द्वारा बनाए गए राहत शिविर की पहली मंजिल में ठहरे आठ बाढ़ पीड़ितों का हाल जाना। उन्होंने लोगों से भोजन और व्यवस्था के बारे में जानकारी ली।
महंज फूलडोल बिहारी दास महाराज से मिले डीएम
राजपुर गुरुकुल बाढ़ राहत शिविर में एक महिला का कटोरदान खुलवा कर चपाती और सब्जी देखी। इस बीच डीएम सीपी सिंह एवं एसएसपी श्लोक कुमार टटिया स्थान पहुंचे। महाराजजी से मुलाकात कर हाल जाना। इसके बाद चैतन्य कुटी पहुंचे। यहां महंत फूलडोल बिहारी दास महाराज से मिले और उनका हाल जाना।
जयसिंहपुरा स्थित विश्व मानव रूहानी आश्रम में बाढ़ पीड़ितों को फल वितरित करते मंडलायुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह। फोटो सौ. सूचना विभाग
वृंदावन के परिक्रमा मार्ग कालीदह से वीआइपी मार्ग पर भरे यमुना के जल के बीच दौड़ती मोटरबोट। - फोटो: जागरण।
परिक्रमा में आवागमन को चल रहीं मोटरबोट व नाव
शहर के तटीय इलाकों में शुक्रवार दोपहर तक पानी पहुंच गया। परिक्रमा मार्ग में नाव व मोटरबोट से लोग आवागमन कर रहे हैं। सामाजिक व धार्मिक संस्थाएं बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए भी नाव व मोटरबोट का उपयोग कर रहे हैं। कालीदह पर परिक्रमा मार्ग में करीब तीन से चार फीट पानी भर जाने के बावजूद ई-रिक्शा व बाइक चालकों पर रोक नहीं लग सकी है।
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