फर्जी डाक टिकटों को लगाकर किया 32 लाख का घोटाला, अब 250 Post Offices की सख्त निगरानी
मथुरा के छाता उप-डाकघर में लगभग एक वर्ष पूर्व हुए 32 लाख रुपये के जाली डाक टिकट घोटाले के बाद, विभाग ने जिले के 250 डाकघरों को सतर्क कर दिया है। इस घो ...और पढ़ें

मथुरा में प्रधान डाकघर।
जासं, मथुरा। करीब एक वर्ष पूर्व छाता उप-डाकघर में सामने आए 32 लाख रुपये के जाली डाक टिकट घोटाले से विभाग अब तक नहीं उबर सका है। घोटाले में दो डाक कर्मियों की मिलीभगत से जाली टिकट लगाकर करीब सवा लाख डाक विभिन्न स्थानों पर भेजी गईं थीं। तभी से विभाग ने जिले के 250 डाकघरों को अलर्ट कर दिया है। बाहर से टिकट लगाकर आने वाले लिफाफों की बारीकी से जांच की जा रही है।
घोटाले की गंभीरता को देखते हुए प्रधान डाकघर सहित, 52 उपडाकघर व 197 शाखा डाकघरों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। प्रवर अधीक्षक डाक विजेंद्र ने एक बार फिर से सभी डाकघरों को निगरानी कार्य में लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए हैं। सभी केंद्रों पर टिकटों की बिक्री, भेजी गई डाक व स्टाक का कड़ाई से मिलान किए जाने के लिए कहा गया है।
अब विभाग केवल अपने काउंटर से बिकने वाले टिकटों पर ही नहीं, बल्कि बाहर से लगकर आने वाले टिकटों पर भी पैनी नजर रख रहा है। बाहर से टिकट लगाकर आने वाले लिफाफों की बारीकी से जांच की जा रही है, ताकि जाली टिकटों के इस्तेमाल को रोका जा सके। कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि संदिग्ध दिखने वाले लिफाफों और पार्सल को तुरंत उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाएं।
छाता उप-डाकघर में करीब 32 लाख रुपये के फर्जी डाक टिकटों का खेल पकड़ा गया था। इस मामले में दो विभागीय कर्मचारियों सहित बाहर के गिरोह की मिलीभगत सामने आई थी। भविष्य में ऐसी पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए आडिट और निगरानी की प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी बनाया गया है। वहीं इस पूरे मामले में विभाग ने जिन दो कर्मचारियों को चार्जशीट दी थी, खुली जांच में उनके अब तक बयान लिए जा रहे हैं।

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