Election 2024: इस बार कम मतदान ने बढ़ाई टेंशन; मथुरा में 49.49 फीसद वोटिंग, नौ गांवों ने किया बहिष्कार, 11 प्रतिशत मतदान घटा
Lok Sabha Election Mathura Seat News 17 गांवों में मतदान का बहिष्कार नौ गांवों में अधिकारियों के मनाने पर भी नहीं माने। राया की भरऊ गढ़ नगला चेता भरऊ लठोंगरा गणपति नगला गोवर्धन के मुखराई व कोन्हई मांट क्षेत्र के गांव इरौली जुन्नारदार मांट विस क्षेत्र के और सौंख क्षेत्र के बंडपुरा के ग्रामीणों ने वोट नहीं डाले। यहां कुछ गांवों में केवल प्रधान और उनके स्वजन ने वोट डाले।
जागरण संवाददाता, मथुरा। 18वीं लोकसभा के लिए दूसरे चरण में कड़ी सुरक्षा के बीच शुक्रवार को मथुरा में शांतिपूर्ण तरीके से मतदान हुआ। सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक हुए मतदान में 49.49 फीसद मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में 61 फीसद मतदान हुआ था। लेकिन इस बार करीब 11 फीसद मतदान कम हुआ। कुछ स्थानों पर ईवीएम खराब हुईं, इससे कुछ देर मतदान में व्यवधान हुआ। 17 गांवों में विकास को लेकर मतदान का बहिष्कार ग्रामीणों ने कर दिया। नौ गांवों के लोग अधिकारियों और नेताओं के समझाने के बाद भी नहीं माने।
सुबह दिखा उत्साह
सुबह से ही मतदान के प्रति उत्साह दिखाई दिया। सात बजे से मतदान शुरू होना था, लेकिन कई बूथों पर उससे पहले ही मतदाता पहुंच गए। आज सूरज ने भी मतदाताओं की कड़ी परीक्षा ली। 42 डिग्री तापमान में घर से निकलना मुश्किल हुआ तो दोपहर में बूथों पर सन्नाटा पसर गया। अपराह्न तीन बजे के बाद फिर बूथों पर भीड़ बढ़ी, लेकिन शाम पांच बजे अचानक मौसम बदल गया।
आंधी चली तो रुक गए मतदाताओं के कदम
कई क्षेत्रों में आंधी चली तो मतदाताओं के कदम ठिठक गए। यही कारण रहा कि शाम छह बजे तक केवल 49.49 फीसद मतदान ही हो सका। सुबह सात बजे से नौ बजे तक 11.83 फीसद ही मतदान हो सका था। हालांकि अगले दो घंटे में मतदान फीसद बढ़ा और सुबह 11 बजे तक 23.19 फीसद मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
11 बजे से एक बजे के बीच धूप ने अपने तेवर तीखे कर दिए। ऐसे में मतदाताओं के कदम कुछ ठिठक गए। एक बजे तक 32.69 फीसद ही वोट पड़ पाए। जबकि एक बजे से तीन बजे तक तो मतदाता घरों से ही नहीं निकले। केवल छह फीसद मतदाताओं ने ही इस अवधि में मतदान किया और मत फीसद 38.66 ही हो सका। शाम को धूप कम होने पर मतदान फीसद बढ़ने की उम्मीद थी, लेकिन ये उम्मीद भी टूट गई। पांच बजे तक 47.18 फीसद ही मतदान हो सका। इसके बाद शाम छह बजे 49.49 फीसद मतदाताओं ने ही वोट डाले।
शुक्रवार को जिले में 28.03 फीसद ही पुरुषों ने वोट डाले. जबकि 21.44 फीसद महिलाओं ने मतदान किया। पहली बार वोट डालने वाले युवा और महिलाओं में अन्य मतदाताओं के मुकाबले अधिक उत्साह दिखाई दिया।
इन प्रत्याशियों के बीच है मुकाबला
यहां फिल्म अभिनेत्री और दो बार की सांसद भाजपा प्रत्याशी हेमा मालिनी, बसपा प्रत्याशी पूर्व आइआरएस अधिकारी सुरेश सिंह और धनगर आंदोलन से जुड़े रहे कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश धनगर के बीच ही मुख्य मुकाबला है। हेमा मालिनी तीसरी बार चुनाव मैदान में उतरीं, तो सुरेश सिंह और मुकेश धनगर ने पहली बार चुनाव लड़ा। भाजपा रालोद से गठबंधन के कारण मजबूत दिखाई दी, तो कांग्रेस ने सपा के साथ मुस्लिम मतों में सेंधमारी की। बसपा का हाथी मैदान में अकेले उतरा। जाट प्रत्याशी होने के कारण जाट और मुस्लिम मतों में खूब सेंधमारी की।
पिछले तीन चुनावों में मिले मत (फीसद में)
लोकसभा क्षेत्र-वर्ष 2014-वर्ष 2019-वर्ष 2024
मथुरा- 64.10 -61-49.49
बहिष्कार ने रोकी मतदान की गाड़ी
जिले में शुक्रवार को 17 गांवों में ग्रामीणों ने विकास कार्य न होने पर मतदान के बहिष्कार का निर्णय लिया। इनमें मतदान न होने की सूचना पर जनप्रतिनिधि और अधिकारी दौड़े। कुछ गांवों में ग्रामीण विकास कराने के आश्वासन पर मान गए, लेकिन नौ गांवों में मतदान नहीं हुआ।