Updated: Fri, 12 Sep 2025 05:03 PM (IST)
अमेरिका ने कुछ नए नियम लागू किए हैं जिसके कारण भारत से अमेरिका जाने वाली सभी डाक सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। मथुरा से भेजे जाने वाले ठाकुरजी की पोशाकें और अन्य धार्मिक सामान पर भी रोक लग गई है। यह फैसला अमेरिका द्वारा शुल्क-मुक्त न्यूनतम छूट वापस लेने के कारण लिया गया है।
जागरण संवाददाता, मथुरा। ट्रंप टैरिफ के जवाब में देश में अमेरिका के लिए पोस्टल सेवाएं बंद कर दी गई हैं। कान्हा की नगरी से भी ठाकुरजी की पोशाकें, कंठी माला व धार्मिक उत्पाद भेजे जाते थे। प्रतिमाह करीब 150 पार्सल अमेरिका भेजे जाते थे। इन पर अब रोक लग गई है।
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अमेरिका द्वारा शुल्क-मुक्त न्यूनतम छूट वापस लिए जाने पर सरकार ने ये कदम उठाया है। अमेरिका के नए कस्टम नियमों के कारण इंडिया पोस्ट ने अमेरिका जाने वाली सभी डाक सेवाओं की बुकिंग अस्थायी रूप से बंद कर दी गई है।
पत्र, दस्तावेज और गिफ्ट आइटम अब अमेरिका नहीं भेजे जा सकेंगे। पहले 22 अगस्त को इंडिया पोस्ट ने केवल 100 अमेरिकी डालर से अधिक मूल्य के गिफ्ट आइटम की बुकिंग पर रोक लगाई थी। लेकिन, 29 अगस्त से अमेरिका के लिए सभी डाक सेवाओं पर रोक लग गई है।
अमेरिका के कस्टम विभाग की नई प्रक्रिया को लेकर स्पष्टता न होने से एयरलाइंस भी अमेरिका के लिए पार्सल ले जाने को तैयार नहीं है।
प्रवर अधीक्षक डाक विजेंद्र ने बताया चूंकि अमेरिका जाने वाली डाक के परिवहन में लगातार समस्या आ रही है। इसलिए फिलहाल सभी श्रेणियों की डाक सेवा पूरी तरह से रोक दी गई हैं। कान्हा की नगरी से मुख्यत: धार्मिक सामान ही अमेरिका भेजा जाता था, जिस पर रोक लगा दी गई है।
प्रवर अधीक्षक ने बताया कि जिनका सामान बुक हो चुका है लेकिन भेजा नहीं जा सका है। उन्हें पूरा पैसा वापस किया जाएगा। विभाग का कहना है कि वह स्थिति पर नजर बनाए हुए है, जैसे ही समस्या का हल निकलता है, सेवा फिर से शुरू कर दी जाएगी।
ये है मुख्य वजह
गौरतलब है कि 30 जुलाई को ट्रंप प्रशासन ने एक कार्यकारी आदेश जारी किया था, जिसके तहत 29 अगस्त से 100 डालर से अधिक मूल्य के सामान पर अमेरिका में कस्टम ड्यूटी अनिवार्य कर दी गई।
इसके साथ ही यह जिम्मेदारी कैरियर्स और क्वालिफाइड पार्टीज को दी गई कि वे ही ड्यूटी वसूलकर अमेरिकी कस्टम विभाग को जमा करें।
अमेरिकी कस्टम एंड बार्डर प्रोटेक्शन ने इस पर कुछ दिशा-निर्देश जारी किए थे। लेकिन, इसमें कई अहम प्रक्रियाओं जैसे क्वालिफाइड पार्टीज की नियुक्ति और ड्यूटी वसूली की तकनीकी व्यवस्था स्पष्ट नहीं की गई थी। यही वजह रही कि एयरलाइंस ने 25 अगस्त से पार्सल ले जाने से मना कर दिया।
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