अंग्रेजी हुकूमत ने लालटेन से की थी वैष्णव बैठक रोशन
नगर पालिका की ओर से मुहैया कराई जाती थी संतों को सुविधाहर 12 वर्ष में होता रहा आयोजन नगर पालिका की स्मारिका में उल्लेख ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, वृंदावन: यमुना किनारे कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक का आयोजन का अंग्रेजी हुकूमत भी ख्याल रखती थीं। उस समय रास्ते रोशन करने को खंभों पर लालटेन लगाई गईं थीं। तब नगर पालिका ऐसी सुविधाएं मुहैया कराती थी। पालिका की स्मारिका में इसका उल्लेख मिलता है।
ब्रज संस्कृति शोध संस्थान के सचिव लक्ष्मीनारायण तिवारी बताते हैं कि वृंदावन में कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक (तब कुंभ बैठक) का आयोजन कब से होता आ रहा है, इसका लिखित रूप से कोई उल्लेख नहीं मिलता है। पिछले करीब सौ साल का इतिहास कुछ अभिलेखों में जरूर मिलता है। वह बताते हैं, वर्ष 1967 में नगर पालिका वृंदावन ने शताब्दी समारोह पर एक स्मारिका का प्रकाशन कराया था। इसमें पालिका के तत्कालीन प्रशासनिक अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि वृंदावन की कुंभ बैठक का इतिहास काफी प्राचीन है। रिपोर्ट में उल्लेख है कि वर्ष 1938 में जब वृंदावन में कुंभ बैठक मेला आयोजित किया गया, तब पहली बार नगर में खंभों पर लालटेन लगाकर प्रकाश की व्यवस्था की गई। स्वतंत्रता के बाद 1950 में आयोजित कुंभ बैठक में अटल्ला चुंगी से नगर पालिका चौराहे तक 200 बल्ब व 140 हरिकेन लालटेन लगाई गईं थीं। 1962 के कुंभ बैठक क्षेत्र में विद्युत के 100 पाइंट लगाए गए। 1938 के कुंभ बैठक में नगर की सड़क व्यवस्था को सुधारने का विवरण स्मारिका में दिया गया है। 1950 नगर में कुंभ बैठक के दौरान ही सीमेंटेड सड़क व खड़ंजों का निर्माण कराया गया था। स्मारिका में उल्लेख है कि 1938 व 1962 के कुंभ बैठक के दौरान नगर व मेला क्षेत्र में पाइप लाइन बिछाई गई थी।

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