यूपी के इस जिले में 1. 40 लाख किसानों की सम्मान निधि पर संकट, इसी सप्ताह आएगी 21वीं किस्त
मथुरा एक जिले में 1.40 लाख किसानों की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि खतरे में है। आधार प्रमाणीकरण न होने के कारण उन्हें यह समस्या हो रही है। कृषि विभाग किसानों से आधार प्रमाणीकरण कराने की अपील कर रहा है ताकि उन्हें सम्मान निधि मिल सके। विभाग इस समस्या का समाधान करने के लिए प्रयासरत है।

प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।
जागरण संवादाता, मथुरा। करीब डेढ़ वर्ष पहले पूरे देश में लांच हुई एग्री स्टैग योजना में फार्मर रजिस्ट्री बनाने में पहले नंबर पर रहने वाला जिला पिछड़कर अब 43 वें नंबर पर पहुंच चुका है। करीब डेढ़ लाख किसान अभी भी फार्मर रजिस्ट्री नहीं करा पाए हैं, जिनकी किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त अटक सकती है। यह किस्त नवंबर के पहले सप्ताह में जारी होगी।
देश में फार्मर रजिस्ट्री बनाए जाने का काम पहले चरण में जिन राज्यों में शुरू हुआ, उनमें मथुरा भी एक था। यहां तक कि उत्तर प्रदेश की पहली फार्मर रजिस्ट्री भी छाता तहसील के एक किसान की हुई थी। हालांकि इसके बाद फार्मर रजिस्ट्री के एप में तकनीकी कमी के कारण करीब चार-पांच माह तक यह अभियान रुका रहा। फिर वर्ष 2024 के आखिरी समय में अभियान धीमी गति से चला।
नवंबर के पहले सप्ताह में जारी होगी किसान सम्मान निधि की 21 वीं किस्त
हालांकि वर्ष 2025 में डिजिटल क्राप सर्वे, अतिवृष्टि, जलभराव और पराली नियंत्रण अभियान में राजस्व कर्मचारियों लेखपाल और राजस्व निरीक्षकों के व्यस्त होने के चलते जिले में फार्मर रजिस्ट्री बनाए जाने का कार्य बाधित हुआ है। इसी का परिणाम है कि प्रदेश में जिले का प्रदर्शन औसत दर्जे का रह गया है। जिले में कुल 3,10,867 किसान सम्मान निधि पा रहे हैं, इस के सापेक्ष अभी तक आधे किसानों का पंजीकरण हुआ है। किसान सम्मान निधि के लिए फार्मर रजिस्ट्री की अनिवार्यता के लिए शासन भी निर्देश दे चुका है। ऐसे में फार्मर रजिस्ट्री से बचे 1,40,722 किसानों की सम्मान निधि अटक सकती है।
फार्मर रजिस्ट्री में अव्वल रहा जिला पहुंचा 43 वें नंबर पर
- 3,10,867- किसान सम्मान निधि में पंजीकृत
- 2,95,004- योजना में सत्यापित किसान
- 1,70,145- किसानों की अब तक फार्मर रजिस्ट्री बनी
अभियान को गति देने में जुटा प्रशासन
जिला प्रशासन ने फिर से लेखपालों के अलावा पंचायत सहायक और रोजगार सेवकों को अभियान से जोड़ा है। इस समय प्रतिदिन 200 से 250 फार्मर रजिस्ट्री बनाई जाने का कार्य हो रहा है, जिसकी गति बढ़ाने के निर्देश डीएम सीपी सिंह ने दिए हैं। इसके लिए 15 नवंबर तक चलाए जाने वाले विशेष अभियान में कृषि कर्मचारियों के अलावा लेखपाल, पंचायत सहायक, रोजगार सेवकों हर राजस्व ग्राम में कैंप लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
15 नवंबर तक फार्मर रजिस्ट्री बनाए जाने का विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें हर राजस्व ग्राम में एक एक कैंप का आयोजन किया जाएगा। प्रयास है कि अधिक से अधिक किसानों की फार्मर रजिस्ट्री हो सके, जिससे उनके सम्मान निधि न अटके। - वसंत कुमार दुबे, उप निदेशक कृषि

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