कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय के सिर बंधेगा सेहरा, वृंदावन में रस्में-गुलाबी नगरी में सात फेरे; कौन है दुल्हन
प्रसिद्ध कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय वृंदावन में विवाह बंधन में बंधने जा रहे हैं। उनके आवास पर घुड़चड़ी की रस्म धूमधाम से मनाई गई। इंद्रेश 5 दिसंबर को जय ...और पढ़ें

वृंदावन में घुड़चढ़ी की रस्म के दौरान कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय।
संवाद सहयोगी, जागरण, वृंदावन (मथुरा)। श्रीभक्तमाल एवं श्रीमद्भागवत कथाओं में अपनी शैली से श्रोताओं को मुग्ध करने वाले कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय दांपत्य जीवन में बंधने जा रहे हैं। वृंदावन में शादी की सभी रस्मेें आवास पर निभाई गईं।
बुधवार को घुड़चड़ी की रस्म पारंपरिक तरीके से निभाई। घोड़े पर सवार होकर जब इंद्रेश उपाध्याय निकले तो पीछे हाथी-घोड़ों पर सवार दूत के रूप में दिव्यता के साथ चल रहे थे। मानो राजे रजवाड़े में शादी की रस्में निभाई जा रही थीं।
आफ व्हाईट रंग की शेरवानी, सिर पर पगड़ी हाथ में चांदी की छड़ी लिए घोड़े पर सवार इंद्रेश उपाध्याय की महिलाएं बलाएं ले रहीं थी। कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय की पांच नवंबर को जयपुर के ताज आमेर होटल में शादी होनी है।
यहां इंद्रेश उपाध्याय हरियाणा की शिप्रा के साथ सुबह दस बजे सात फेरे लेंगे। शादी में शामिल होने के लिए देश के नामचीन संत, राजनीतिज्ञ, उद्योगपतियों की लंबी लिस्ट शामिल है।
इनमें मलूक पीठाधीश्वर डा. राजेंद्रदास देवाचार्य, बागेश्वरधाम पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री, कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर, वैष्णवाचार्य पुंडरीक गोस्वामी, कथावाचक अनिरुद्धाचार्य प्रमुख रूप से होंगे।
इनके अलावा वालीवुड सिंगर बी प्राक के अलावा जयपुर गोविंददेव मंदिर के महंत अंजन गोस्वामी, सरस कुंज के बड़े भैया, राधारमण मंदिर के सेवायत वैष्णवाचार्य पद्मनाभ गोस्वामी समेत अनेक दिग्गज शामिल होने के लिए जयपुर रवाना हो चुके हैं।

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