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    Indian Army: मथुरा के लाल सेना में संभालेंगे कमान, लेफ्टिनेंट शरद शर्मा और हवलदार चंद्रपाल के सीने पर लगे सितारे; भर आईं माता पिता की आंखें

    By Ravi Prakash Edited By: Prateek Gupta
    Updated: Mon, 15 Dec 2025 08:05 PM (IST)

    मथुरा के शरद शर्मा और चंद्रपाल सिंह भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बने। देहरादून स्थित भारतीय रक्षा अकादमी में प्रशिक्षण के बाद शरद को यह सफलता मिली। उनके ...और पढ़ें

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    Indian Army: मथुरा से शरद शर्मा और चंद्रपाल सिंह काे लेफ्टिनेंट पद पर तैनाती मिली है।

    जासं, मथुरा। मथुरा के लाल ने सेना में कमान संभाली है। वर्दी पर सितारे चमके तो माता पिता की आंखें खुशी के आंसुओं से भर आईं। 

    हरी नगर (कृष्णा नगर) निवासी शरद शर्मा ने भारतीय थल सेना में लेफ्टिनेंट बनकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। शरद शर्मा बरसाना क्षेत्र के ग्राम कमई निवासी प्रसिद्ध ज्योतिर्विद स्व. पंडित भगवत प्रसाद मिश्र के पौत्र हैं।

    देहरादून स्थित भारतीय रक्षा अकादमी में 18 माह का प्रशिक्षण पूर्ण करने के बाद शरद शर्मा को सफलता प्राप्त हुई। 13 दिसंबर को अकादमी परिसर में आयोजित दीक्षा समारोह (पासिंग आउट परेड) में उनके पिता क्षेत्रपाल शर्मा एवं माता कुंती शर्मा ने गर्व के साथ अपने पुत्र के कंधों पर चमचमाते सितारे लगाकर उसे भारतीय सेना का अधिकारी बनाया।

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    शरद के ताऊ हरिदत्त शर्मा, बहन नेहा शर्मा व बुआ विरमा देवी भी उपस्थित रहीं। शरद शर्मा ने अपनी शिक्षा कृष्णा नगर स्थित श्री श्रद्धानंद विद्या आश्रम, आर्मी पब्लिक स्कूल व दिल्ली विश्वविद्यालय से पूर्ण की। शरद के स्वजन पंडित लालाराम शर्मा, ओमप्रकाश शर्मा व श्री वामन भगवान महोत्सव समिति के संस्थापक श्याम शर्मा ने प्रसन्नता व्यक्त की।

    वहीं देहरादून स्थित भारतीय रक्षा अकादमी में आयोजित दीक्षा समारोह के दौरान अंतिम पग रखते ही शहर के मोतीकुंज कालोनी निवासी मनोहर सिंह के पुत्र चंद्रपाल सिंह लेफ्टिनेंट बन गए। उनके मथुरा पहुंचते स्वजन द्वारा उनका स्वागत किया गया।

    मनोहर सिंह पढ़ने में मेधावी रहे हैं। मूल रूप से मांट क्षेत्र के गांव नगला वीरबला, हरनौल निवासी मनोहर नौ वर्ष भारतीय सेना में बंगाल सैपर्श में हवलदार के पद पर कार्यरत थे। उन्होंने अपनी सेवा के साथ ही कड़ी मेहनत कर अफसर बनने के सपने को साकार किया है।

    मनोहर मौजूदा समय में दो पुत्रों के पिता हैं। मनोहर ने बताया कि उनकी इस सफलता में उनके परिवार व पत्नी का पूरा सहयोग मिला। अब वह भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर देश की सेवा करेंगे। उनकी सफलता पर स्वजन में खुशी का माहौल है।