छड़ियां खाकर हुरियारों ने लिया हुरंगा का आनंद
चौरासी खंभा मंदिर में हुआ हुरंगा का आयोजन ठाकुरजी को लगाया गया छप्पन भोग की गई आरती

संवाद सूत्र, महावन(मथुरा) : चौरासी खंभा मंदिर की आभा अद्भुत थी। अबीर गुलाल से आसमान सतरंगी हो रहा था। हुरंगा में सराबोर होने को भक्त व्याकुल थे। जैसे ही हुरियारिनों ने हुरियारों पर छड़ियां बरसाना शुरू किया, हुरंगा का रंग जम गया। हुरियारिनें छड़ियां बरसाती रहीं और हुरियारे छड़ियां खाकर हुरंगा का आनंद लेते रहे। ठाकुरजी के जयघोष वातावरण में गूंजते रहे।
चौरासी खंभा मंदिर पर सुबह से ही हुरंगा का उल्लास था। सुबह चार बजे से छह बजे तक ठाकुरजी (श्रीकृष्ण, बलराम के परिवार) का पंचामृत अभिषेक किया गया। दूध, दही, शहद, बूरा, यमुना जल, गंगाजल, फलों का रस मिलाकर महामंडलेश्वर अयोध्यादास त्यागी महाराज ने अभिषेक किया। दोपहर 12 बजे फूल बंगला सजाया गया और छप्पन भोग लगा कर ठाकुरजी की आरती की गई। दोपहर तीन बजे बस स्टैंड धर्मशाला से कृष्ण बलराम के स्वरूपों के साथ डोला निकाला। डोला धर्मशाला से बंदी दरवाजा, पनियां ढाल, मल्लाह पाड़ा, परशुराम मंदिर होकर चौरासी खंभा मंदिर प्रांगण में पहुंचा। मार्ग में ठाकुरजी का ग्रामीणों द्वारा पुष्प बरसा कर स्वागत किया गया। ठंडाई पिलाई। मंदिर प्रांगण में महिलाएं सज-धजकर हाथों में छड़ी लेकर होली खेलने को तैयार खड़ी थीं। हुरियारों के प्रांगण में पहुंचते ही महिलाओं ने प्रेम से पगी छड़ियां बरसाना शुरू कर दिया। हुरियारे अपने लठ पर छड़ियों को लेकर होली खेलने लगे। अबीर गुलाल से आसमान में इंद्रधनुष बन गया। होली मंच से मंदिर सेवायत पुजारी रवि पाराशर ने फूलों व गुलाल की होली का शुभारंभ किया। मंदिर के होली प्रांगण में कृष्ण-बलराम के स्वरूप गोपियों से होली खेल रहे थे। मंदिर प्रांगण में द्वापरयुग जीवंत हो उठा। कािर्ष्ण गुरुशरणानंद महाराज ने कृष्ण- बलराम के स्वरूपों पर पुष्प बरसा कर होली खेली। मेरो खोय गयौ बाजूबंद रसिया होरी में आदि पर भक्त झूमने से अपने को रोक नहीं सके। रात आठ बजे मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों ने ठाकुरजी की आरती कर कार्यक्रम का समापन किया। कमेटी अध्यक्ष जगन पाठक, मंत्री गोपाल तिवारी, चंद्रप्रकाश लोहवनियां, किशन मिश्रा, तन्नू उपाध्याय, रामा पांडे, भवनेश शर्मा, प्रदीप सारस्वत, दिनेश स्वामी, रूप किशोर शर्मा, कन्हैया मिश्रा, लाड़ली प्रसाद पांडे, अमरनाथ लोहवनियां, राम स्वामी, आलोक सारस्वत, अशोक गौड़, रामकुमार गौड़, यतेंद्र गौड़, कन्हैया पाठक, चेतन शर्मा, हरीश शर्मा, ऋषि स्वामी, सुनील शर्मा, सोनू शर्मा, लव कुमार शर्मा, पप्पन उपाध्याय मौजूद रहे। सात सौ महिलाओं को दिया फगुआ
मंदिर कमेटी द्वारा महावन के आसपास के गांव आनंद गढ़ी, नगला सेवा, कृष्णापुरी, नगला सांवरिया, नूरपुर आदि गांवों की करीब सात सौ महिलाओं को हुरंगा का आमंत्रण दिया गया था। सभी को फगुआ दिया दिया।
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