भिदौनी में बालिका की मौत, आठ मिले डेंगू मरीज
जिले में नहीं थम रहा बुखार से मौत होने का सिलसिला
जागरण टीम, मथुरा: सुरीर क्षेत्र के गांव भिदौनी में बुखार से पीड़ित एक बालिका की मौत हो गई, जबकि आठ नए डेंगू मरीजों की पुष्टि हुई है। अब जिले में कुल डेंगू मरीजों की संख्या 658 हो गई है, जबकि जिले में स्वस्थ मरीजों की संख्या 578 है।
शनिवार सुबह गांव भिदौनी निवासी आठ वर्षीय अंशु पुत्री तोती सिंह की मौत हो गई। स्वजन ने बताया कि बेटी को दो दिन से बुखार आ रहा था। उसे निजी चिकित्सक से बुखार की दवा भी दिलवा लाए थे। शनिवार सुबह अचानक तबीयत बिगड़ने से लगी। उसे चिकित्सक के पास लेकर जाते। उससे पहले अंशु की मौत हो गई। बुखार का प्रकोप जिले के दो दर्जन से अधिक गांव में मचा हुआ है। सुरीर क्षेत्र में सबसे अधिक बुखार के मरीज मिल रहे हैं। यहां स्वास्थ्य सेवाएं चाक-चौबंद न होने से लोगों को इलाज के लिए शहर आना पड़ रहा है।
जिले में अब तक 33 मौत बुखार की वजह से हो चुकी है। जिनमें 21 बच्चे शामिल हैं। जबकि स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में अभी तक 16 मौत हुई है। इनमें 12 बच्चे शामिल हैं। नोडल अधिकारी डा. भूदेव ने बताया कि वृंदावन और फरह क्षेत्र में डेंगू के आठ मरीजों की पुष्टि हुई है। अब सर्दी, बुखार के मरीज होंगे चिन्हित, चिपकाए जाएंगे स्टीकर
जागरण संवाददाता, मथुरा: एक बार फिर से विशेष संचारी रोग अभियान की शुरुआत होगी। आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों से उनका हाल जानेंगी। घर में किसी को खांसी, जुकाम या बुखार तो नहीं है, इसकी रिपोर्ट तैयार करेंगी। 18 अक्टूबर से शुरु होने वाले अभियान के लिए जिले में स्वास्थ्य विभाग व जिला परियोजना अधिकारी ने आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया है। जहां मच्छरों को दूर करने के बारे में भी बताया गया।
प्रशिक्षण के दौरान डेंगू, मलेरिया से बचाव की जानकारी दी गई। मच्छरों को दूर करने के लिए आशा घरों के अंदर जाकर मच्छरों के प्रजनन अनुकूल स्थितियों की जांच करेंगी। लोगों को मच्छरों के प्रजनन पर रोक और मच्छरों के काटने से बचाव के उपायों के विषय में जानकारी देंगी। सीएमओ डा. रचना गुप्ता ने बताया कि प्रशिक्षण में आशा कार्यकर्ताओं को बताया गया कि वे बुखार से ग्रसित लोगों की सूची, टीबी संबंधित रोगों की सूची तैयार करेंगी। डीपीओ डा. अभिनव कुमार मिश्रा ने सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से अभियान को सफल बनाने के लिए अपील की।