मोदी-योगी की तस्वीरें कहां से फेंकी, खोजना चुनौती
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की फोटो कूड़े में फेंकी
मोदी-योगी की तस्वीरें कहां से फेंकी, खोजना चुनौती
जागरण संवाददाता, मथुरा : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीरें कचरे में फेंकने वाले को ढूंढना चुनौती बनता जा रहा है। घटना के तीन दिन बाद भी निगम अधिकारी इसका पता नहीं लगा सके। पास में ही इंटर कालेज है और नगर निगम हैं। ऐसे में नगर निगम से ही तस्वीरें बाहर जाने की चर्चाएं तेज हैं। हालांकि निगम कर्मियों ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है।
कूड़े से भरी हथठेल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीरें ले जा रहे संविदा सफाईकर्मी बाबी ने इन्हें परिक्रमा मार्ग स्थित सुभाष इंटर कालेज के निकट ट्रांसफारमर के पास कूड़े से उठाने का दावा किया था। 16 जुलाई को मिली दोनों तस्वीरों को फेंकने वाले का अभी तक कोई पता नहीं चल सका है। फेंकने का जो स्थान है, उसके पास सुभाष इंटर कालेज है। जिस रास्ते से कर्मचारी आ रहा था। उस रास्ते पर नगर निगम का कार्यालय है। दोनों के बीच 20-25 मीटर की दूरी है। सफाई कर्मी से लेकर अलवर के श्रद्धालुओं ने जिस स्थान पर पानी से धोया वह नल भी नगर निगम कार्यालय के भवन में लगा है। करीब 100-150 मीटर की दूरी पर बंगाली घाट पुलिस चौकी है। 200-250 मीटर दूर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय और राजकीय इंटर कालेज है। तस्वीरें कहां से आईं इसकी सोमवार को जागरण ने अपने स्तर से पड़ताल की। सुभाष इंटर कालेज में कार्यालय में दोनों तस्वीरें लगी हैं। ये तस्वीरें कुछ पुरानी मालूम होती हैं। ऐसे में यदि यहां से तस्वीरें हटाई गईं होतीं तो यहां लगीं तस्वीरें नई होतीं। नगर निगम में नगरायुक्त और महापौर के कार्यालय में भी तस्वीरें लगी हैं। जागरण ने पड़ताल की तो नगर निगम में छोटे-बड़े करीब दो दर्जन कार्यालय हैं। कई कार्यालयों में तस्वीरें हैं और कई में नहीं हैं। अब पीएम और सीएम की तस्वीरें कहां से गई हैं, इसे खोजना किसी चुनौती से कम नहीं है।
इस मार्ग पर होटल, धर्मशाला भी हैं। सुभाष इंटर कालेज के प्रधानाचार्य डा. मनवीर सिंह का कहना है, उनके कालेज में तस्वीर लगी हैं। जिला विद्यालय कार्यालय, राजकीय इंटर कालेज, बंगाली घाट पुलिस चौकी और इनके नजदीकी क्षेत्र का कचरा अघोषित कूड़ा घर तक नहीं पहुंचता है। अब सरकारी कार्यालयों में नगर निगम ही बचा है, ये शक के दायरे में है। दूसरा कारण यह भी है कि व्यावसायिक कार्यालयों में धार्मिक और संतों की तस्वीर लगी हुई हैं। हालांकि नगर निगम में सभी ने चुप्पी साध रखी है।
-सफाई कर्मी ने मांगी माफी : सीएम और पीएम की तस्वीर कचरे के बीच ले जा रहे बर्खास्त संविदा सफाई कर्मी बाबी ने सोमवार ने घटना के लिए माफी मांगी है। इंटरनेट मीडिया में वायरल किए गए माफीनामा ने उसमें कहा है कि भूलवश हुई गलती से अगर किसी की भावना को ठेस पहुंची है तो वह उसके लिए माफी चाहते हैं। इस मामले को किसी राजनीतिक दल और अन्य से तूल न देने की भी अपील की है।
-अभी नहीं दिया जवाब : सफाई निरीक्षक नीरज और पर्यवेक्षक प्रमोद को इस मामले दिए गए नोटिस को लेकर अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है। रविवार को जारी किए नोटिस में तीन दिन में जवाब देने को कहा गया था। बुधवार तक उनकाे जवाब देना है। चर्चा है कि सभी जवाब में बचने का रास्ता खोज रहे हैं।
-जिन्हें नोटिस दिया गया है, उन्होंने अभी नोटिस का जवाब नहीं दिया गया है। गोपनीय तरीके से पता कराया जा रहा है कि तस्वीर कहां से आईं। नोटिस का जवाब मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
-अनुनय झा, नगर आयुक्त
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