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    लोकसभा चुनाव में पूर्व PM अटल जैसे दिग्गज को भी यहां से मिली थी करारी हार, जब्त हो गई थी जमानत; जानें इस सीट का समीकरण

    Updated: Sun, 17 Mar 2024 06:53 PM (IST)

    सन 1957 के लोकसभा चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय जनसंघ से मथुरा और बलरामपुर-गोंडा से चुनाव लड़ रहे थे। निर्दलीय उम्मीदवार के र ...और पढ़ें

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    लोकसभा चुनाव में पूर्व पीएम अटल को भी मथुरा सीट से मिली थी करारी हार

    जागरण संवाददाता, मथुरा। Atal Bihari Vajpayee: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने चुनाव हारकर भी ब्रजवासियों का दिल जीत लिया था। उन्होंने यहां से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे राजा महेंद्र प्रताप को जिताने की ब्रजवासियों से अपील की। कहा कि राजा महेंद्र प्रताप का आजादी के आंदोलन में बड़ा योगदान रहा है।

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    सन 1957 के लोकसभा चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय जनसंघ से मथुरा और बलरामपुर-गोंडा से चुनाव लड़ रहे थे। निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में राजा महेंद्र प्रताप सिंह चुनाव मैदान में थे। राजा महेंद्र प्रताप सन 1952 में चुनाव हार चुके थे। वह अपने चुनाव के लिए गांधी पार्क में सभा को संबोधित कर रहे थे। इस सभा में उन्होंने राजा महेंद्र प्रताप को जिताने की अपील की। उन्होंने कहा कि आजादी के आंदोलन में राजा महेंद्र प्रताप का योगदान रहा है। उनके सम्मान के लिए वोट दीजिए।

    अटल ने कहा कि वह तो बलरामपुर से चुनाव लड़ रहे हैं और जीत जाएंगे। इसके बाद वह यहां चुनाव प्रचार करने नहीं आए। इससे पूर्व वह साइकिल और बैलगाड़ी से चुनाव प्रचार करते रहे थे। पूर्व पालिकाध्यक्ष वीरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि अटल बिहारी वाजपेयी ने राजा महेंद्र प्रताप के लिए वोट मांगेे थे। गांधी पार्क में हुई सभा के बाद वह वोट मांगने नहीं आए थे।

    तेजवीर को दी थी नसीहत

    वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी तत्कालीन सांसद चौधरी तेजवीर सिंह को भी नसीहत दी थी। राजकीय विद्यालय में आयोजित सभा में तेजवीर पूछा था कि उनका मुकाबला किससे है। तेजवीर ने कहा था कि किसी से मुकाबला नहीं हैं।

    इस पर अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था भ्रम में मत रहो तेजवीर, कहावत सुनी होगी कि मल्लन कूं मल्ल घनेरे, घर नाए तो बाहर बहुतेरे। यह कहावत लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई। इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी तेजवीर सिंह को हार का सामना करना पड़ा था।

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