पराली जलाने का विरोध करने पर किसानों ने लेखपाल और VDO को पीटा, तीन गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में पराली जलाने का विरोध करने पर किसानों ने लेखपाल और ग्राम विकास अधिकारी (VDO) के साथ मारपीट की। पुलिस ने तीन किसानों को गिरफ्तार किया है। लेखपाल और VDO पराली जलाने की सूचना पर पहुंचे थे और किसानों को रोकने की कोशिश कर रहे थे।

संवाद सूत्र, छाता। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकारी लगातार लोगों से पराली जलाने की मना कर रहे हैं, लेकिन किसान नहीं सुन रहे। गुरुवार दोपहर को छाता तहसील के गांव हताना में पराली जलाने का विरोध करने पर लेखपाल और वीडीओ के साथ ही मारपीट की कोशिश की गई। छाता तहसीलदार ने मारपीट करने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। 12 लोगों को पाबंद भी किया है। कोसीकलां थाने में दो नामजद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
पराली जलाने की मिली थी सूचना
छाता तहसील के गांव हताना में गुरुवार दोपहर ढाई बजे पराली जलाने की सूचना पर लेखपाल योगेंद्र सिंह और ग्राम विकास अधिकारी राकेश कुमार मौके पर पहुंचे। टीम ने मौके पर पहुंचकर विरोध जताया तो ग्रामीण आक्रोशित हो गए। ग्रामीणों की अधिकारियों से झड़प होने लगी। थोड़ी ही देर में बात इतनी बढ़ी कि गांव के राजेंद्र, मोहन श्याम और तोपराम सिंह ने दोनों अधिकारियों के साथ मारपीट का प्रयास करने लगे।
छाता तहसीलदार सचिन पंवार मौके पर पहुंचे और चार आरोपितों को पकड़कर जेल भेज दिया। टीम ने चार मशीनों को सीज कर दिया। टीम ने कोसीकलां थाने में गांव अजीजपुर निवासी मनीष और राहुल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। एसडीएम छाता वैभव गुप्ता ने बताया कि लेखपाल योगेंद्र और ग्राम विकास अधिकारी के साथ मारपीट का प्रयास किया गया, तभी सूचना देकर पुलिस को बुला लिया गया। मुकदमा पंजीकृत कराया गया है।
अब तक सात को जेल
पराली जलाने के मामले में प्रदेश भर में जिले के शीर्ष पर पहुंचने के बाद प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। अब तक पराली जलाने वाले छाता तहसील में पांच और सदर तहसील में दो लोगों को जेल भेजा गया है। दो की तलाश की जा रही है।
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