स्प्रिंकलर-पूल और सुबह-शाम की सैर से दिला रहे सुकून भरी ठंडक... गर्मियों में हाथी संरक्षण केंद्र में बढ़ाई देखभाल
मथुरा के हाथी संरक्षण केंद्र में वाइल्डलाइफ एसओएस ने भीषण गर्मी से हाथियों को बचाने के लिए विशेष इंतज़ाम किए हैं। सुबह-शाम सैर स्प्रिंकलर पानी के पूल और छायादार जगहों से उन्हें ठंडक पहुंचाई जा रही है। निर्जलीकरण से बचाने के लिए हाथियों को ओआरएस दिया जा रहा है। पानी की शुद्धता बनाए रखने के लिए उसे नियमित रूप से बदला जा रहा है।

जागरण संवाददाता, मथुरा। उत्तर भारत में भीषण गर्मी के बीच मथुरा स्थित हाथी संरक्षण एवं देखभाल केंद्र और हाथी अस्पताल में रह रहे बचाए गए हाथियों को लू से बचाने के लिए वाइल्डलाइफ एसओएस ने विशेष गर्मी प्रबंधन व्यवस्था लागू कर दी है। दिन का तापमान बढ़ने के साथ ही अब हाथियों की देखभाल के लिए सुबह और शाम की सैर, नियमित स्नान, हाइड्रेशन सपोर्ट और छायादार संरचनाएं सुनिश्चित की गई हैं, ताकि गर्मी के असर से उन्हें सुरक्षित रखा जा सके।
दिन की शुरुआत और शाम के समय हाथियों को सैर कराई जा रही है, ताकि वे दोपहर की तपन से बच सकें। परिसर में लगे स्प्रिंकलर और नियमित रूप से साफ किए जाने वाले पानी के पूल उन्हें ठंडक देने का मुख्य जरिया बने हैं। इसके अलावा, शरीर की प्राकृतिक ठंडक बनाए रखने के लिए मिट्टी के गड्ढों और पेड़ों की छांव में अधिक समय बिताने दिया जा रहा है।
भीषण गर्मी में राहत का इंतजाम, वाइल्डलाइफ एसओएस ने बढ़ाई देखभाल
गर्मी के मौसम में निर्जलीकरण न हो, इसके लिए हाथियों को नियमित रूप से ओरल रिहाइड्रेशन साल्यूशन (ओआरएस) भी दिया जा रहा है। दिन में कई बार पीने का पानी बदला जाता है, जिससे जल की शुद्धता और ताजगी बनी रहे। वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण ने कहा कि भारत की गर्मियां साल-दर-साल विकराल होती जा रही हैं। हमारे संरक्षण केंद्रों में रह रहे हाथी भी उसी तरह इस मौसम से प्रभावित होते हैं जैसे हम इंसान।

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