Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    बांकेबिहारी मंदिर में कब मनाई जाएगी दीपावली, दो तिथियाें को लेकर भ्रम, आचार्य ने कर दिया क्लियर

    Updated: Sat, 18 Oct 2025 05:30 AM (IST)

    इस साल दीपावली की तिथि को लेकर लोगों में भ्रम है। वृंदावन के बांकेबिहारी मंदिर समेत कई मंदिरों में दीपावली 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी। इस दिन ठाकुरजी स्वर्ण आभूषण धारण करेंगे और विशेष दीपदान होगा। धनतेरस, नरक चतुर्दशी, अन्नकूट और भाई दूज की तिथियाँ भी तय कर दी गई हैं। आचार्य मृदुल कृष्ण शास्त्री के अनुसार, शुभ मुहूर्त में त्योहार मनाना उचित है।

    Hero Image

    जागरण संवाददाता, मथुरा। दीपावली मनाने को लेकर इस बार फिर से लोगों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है। दीपावली की तिथि लगातार तीसरे वर्ष इस बार भी दो दिन पड़ रही है। इसे में लोगों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है कि दीपावली किस दिन मनाएं, लेकिन ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर समेत तीर्थ नगरी के अन्य मंदिरों में दीपावली का उत्सव 20 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में इस बार भी दीपावली का उत्सव 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा। दीपावली पर ठाकुरजी स्वर्ण जड़ित आभूषण पहन आकर्षक पोशाक में भक्तों को दर्शन देंगे। ठाकुरजी के गर्भगृह के आगे जगमोहन में चांदी के दीपक से दीपदान होगा। इस दिन शाम को दर्शन को आने वाले श्रद्धालु भी मंदिर में दीपदान करेंगे।

    ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के साथ ही ठाकुर राधावल्लभ मंदिर, ठाकुर राधारमण मंदिर, ठाकुर राधादामोदर मंदिर समेत शहर के सभी मंदिरों में दीपावली का उत्सव 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के सेवायत श्रीनाथ गोस्वामी ने बताया मंदिर में धनतेरस 18 अक्टूबर, छोटी दीपावली नरक चतुर्दशी 19 अक्टूबर, दीपावली 20 अक्टूबर को, अन्नकूट उत्सव 21 अक्टूबर एवं भाई दूज का उत्सव 23 अक्टूबर को मनाया जाएगा।

    राधारमण मंदिर पंचायत कमेटी के सचिव पंकज गोस्वामी के अनुसार मंदिर में दीपावली 20 अक्टूबर को अन्नकूट 22 अक्टूबर व भाई दूज 23 अक्टूबर को मनाई जाएगी। राधावल्लभ मंदिर के सेवायत मनमोहन गोस्वामी ने कहा मंदिर में दीपावली 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी।

    दीपावली का उत्सव इस बार शुभ मुहूर्त में 20 अक्टूबर को मनाया जाएगी। धनतेरस 18, नरक चतुर्दशी 19, अन्नकूट 22 एवं भाई दूज 23 अक्टूबर को ही मनाना शुभ है। लेकिन, जो भी लोग दीपावली अपने अनुसार मनाना चाहते हैं, वे मना सकते हैं।

    -आचार्य मृदुल कृष्ण शास्त्री, राधाकांत मंदिर।