जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का संकल्प: बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री बोले, 'कृष्ण लला हम आएंगे'
बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने मथुरा में सनातन एकता पदयात्रा का निमंत्रण दिया। उन्होंने श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर मंदिर बनाने का संकल्प लिया और जातिवाद पर प्रहार करते हुए हिंदू एकता का आह्वान किया। शास्त्री ने 7 नवंबर से शुरू होने वाली पदयात्रा का उद्देश्य सनातन धर्म की रक्षा करना बताया और जल्द ही मथुरा में कथा सुनाने का वादा किया। उन्होंने सभी से एकजुट रहने का संदेश दिया।

बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर ने ब्रजवासियों को दिया सनातन एकता पदयात्रा का आमंत्रण
जागरण संवाददाता, मथुरा। बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बुधवार को कान्हा की नगरी में थे तो पूरी तरह कृष्ण के रंग में रंग गए। सात नवंबर से दिल्ली से चलने वाली श्री बागेश्वर बालाजी, बांकेबिहारी मिलन सनातन एकता पदयात्रा का आमंत्रण देने आए थे। अक्षत बांटकर आमंत्रित किया और फिर मंच से श्रीकृष्ण जन्मभूमि को लेकर बोले, कृष्ण लला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे। अयोध्या में तो त्रेतायुग हो गया, अब द्वापरयुग की बारी है। फिर जन्मभूमि दर्शन करने पहुंचे।
बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर ने ब्रजवासियों को दिया सनातन एकता पदयात्रा का आमंत्रण
बुधवार को ब्रज तीर्थ देवालय न्यास के तत्वावधान व ब्रज सेवा फाउंडेशन के आतिथ्य में आयोजित अक्षत महोत्सव में ब्रजवासी उत्साह से भर गए। जिला पंचायत अध्यक्ष किशन चौधरी के मुख्य संयोजकत्व में गोवर्धन रोड स्थित श्रीजी बाबा विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने मंच से कहा कि हम कानून के सात कृष्ण लला का मंदिर बनाएंगे। हाथ जोड़कर हिंदू बचाओ, सनातन बचाओ, हिंदू एकता यात्रा करेंगे। उन्होंने जातिवाद पर प्रहार किया और कहा कि देश को मिटाने में सबसे ज्यादा योगदान जातिवाद का है।
सात नवंबर से 16 नवंबर तक चलेगी पदयात्रा, अपने हाथों से खुद बांटे अक्षत
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने नारा लगवाया, जातपात की करो विदाई, हम सब हिंदू भाई-भाई। फिर बोले, आज जिस मंच पर संत बैठे हैं, उसी मंच से सभी बिरादरी ने हिंदू एकता का नारा दिया है। धर्म विरोधी पीछे लगे हैं, जब तक भारत को हिंदू राष्ट्र नहीं बना देते हैं, आराम से नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि मथुरा श्री कृष्ण कन्हैया की जन्मभूमि है। यहां भविष्य में लालाजी और बालाजी की कृपा से ठाकुरजी का भव्य मंदिर बनेगा। कृष्ण कन्हैया, मंदिर, हिंदू राष्ट्र के विरोध में है, उनका सामना करना है।
पदायात्रा की दी जानकारी
उन्होंने फिर सनातन एकता पदयात्रा पर कहा कि सात नवंबर से 16 नवंबर तक कात्यायनी मंदिर दिल्ली से बांकेबिहारी मंदिर तक पदयात्रा संत-महापुरुष कर रहे हैं। संत-महापुरुष आगे चलेंगे, हम पीछे चलेंगे। हम किसी के विरोध नहीं हैं, केवल सनातन के लिए काम कर रहे हैं। हम भिक्षा मांगने आए हैं, आप लोग यमुना मैया को शुद्ध, मांस मदिरा की दुकान बंद देखना चाहते हैं, कृष्ण कन्हैया का भव्य मंदिर देखना चाहते हैं। हमारी विचारों की लड़ाई है, तलवार की नहीं। हम चाहते हैं, हिंदू की बेटियों पर अत्याचार न हो, लव जिहाद न हो। धर्मविरोधी ब्रज से निकाल देंगे, क्या कोसी जैसा दंगा देखना चाहते हैं। भारत हिंदू राष्ट्र होना चाहिए। सभी में राष्ट्रवाद होना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी के सरकार के पक्ष और विपक्ष के लिए नहीं, ब्रजवासियों का आशीर्वाद लेने आए हैं।
एकता का दिया संदेश
उन्होंने किसी धर्म का बिना नाम लिए कहा कि उनको एक को छेड़ दो पांच सौ खड़े हो जाते हैं। हम में कोई एक को मारे तो सब भग जाते हैं। हमें एक रहना है। उन्होंने कहा कि अकेले रहोगे तो टूट जाआगे, अलग-अलग रहोगे तो टूट जाओ। सभी से एकजुट रहने का आश्वासन लिया। सभी से निमंत्रण स्वीकार करने का आश्वासन लिया।
जल्दी मथुरा में कथा सुनाने आएंगे
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि जल्द मथुरा कथा सुनाने आएंगे। सामाजिक समरसता भी का संदेश दिया।उन्होंने कहा कि मंच पर लग रहा है, भारत हिंदू राष्ट्र का ध्वज लेने सभी संत एकत्रित हो गए हैं। सभी को दंडवत प्रणाम किया है। मथुरा वालों को प्रणाम किया। उन्होंने कहा कि यह जीवन की दूसरी पदयात्रा है। उन्होंने कहा कि पदयात्रा में आओगे तो दरबार लगाने मथुरा भी आएंगे। उन्होंने कहा कि जो भी इच्छा लेकर आए हैं, उसकी अर्जी स्वीकार होगी। बालाजी की कृपा बनी रहेगी। पूरे मथुरा में निमंत्रण पहुंचाना है। बाबा ने डांटा तो बागेश्वरधाम में वीआइपी का स्तर खत्म कर दिया है। सभी भक्त बनकर आएंगे। राधारानी का जयघोष कराया।
भीड़ में बोले, काला मास्क वाले आएं हम अर्जी लगाएंगे
हजारों की भीड़ के बीच एक बुजुर्ग काला मास्क लगाकर बैठे थे। धीरेंद्र शास्त्री ने मंच से कहा कि जो काला मास्क लगाए हैं, उन्हें कैंसर हैं। हम यह जान गए हैं। वह बागेश्वर धाम आएं, हम बालाजी महाराज से उनकी अर्जी
लगाएंगे।
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