बांकेबिहारी मंदिर में भक्तों की भावनाएं आहत, ठाकुरजी को अर्पित नहीं हुआ श्रद्धालुओं का भोग-प्रसाद और माला
वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में बुधवार को श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हुईं क्योंकि मंदिर के जगमोहन में प्रसाद अर्पित करने के लिए भंडारी मौजूद नहीं थे ...और पढ़ें

सांकेतिक तस्वीर।
संवाद सहयोगी, जागरण, वृंदावन। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में बुधवार सुबह श्रद्धालुओं की भावना उस समय आहत हुई जबकि वे दर्शन को आते समय माला प्रसाद अर्पित करने के लिए लाए। लेकिन, मंदिर के जगमोहन में श्रद्धालुओं का प्रसाद अर्पित करने के लिए भंडारी मौजूद नहीं थे। मंदिर के एक कोने में बैठे भंडारियों से जब इस बारे में सवाल किया तो बोले सुरक्षा में तैनात विजय सुपरवाइजर ने मंदिर कटहरे में प्रवेश से मना कर दिया है। ऐसे में वे कैसे श्रद्धालुओं का भोग प्रसाद एवं माला अर्पित करते।
बांकेबिहारी को नहीं अर्पित हो रहा श्रद्धालुओं का भोग
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में बुधवार की सुबह श्रद्धालु नियमित रूप से दर्शन करने पहुंचे तो माला प्रसाद लेकर पहुंचे। मंदिर में परंपरा है कि श्रद्धालुओं का ये प्रसाद और माला मंदिर के भंडारियों के माध्यम से ठाकुरजी को अर्पित होता है और भंडारी ठाकुरजी का भोग लगाकर श्रद्धालु को लौटा देते हैं। लेकिन, बुधवार को ये प्रक्रिया बंद कर गई।
मंदिर उच्चाधिकार प्रबंधन समिति ने जगमोहन से हटाए भंडारी
मंदिर सेवायत रजत गोस्वामी ने कहा ये मंदिर की मर्यादा के विरुद्ध एवं भक्तों की भावना को आहत करने वाला निर्णय है। सभी मंदिरों में भंडारी द्वारा श्रद्धालु का प्रसाद ठाकुरजी को अर्पित किया जाता है। मंदिर उच्चाधिकार प्रबंधन समिति के सेवायत सदस्य दिनेश गोस्वामी ने कहा बुधवार सुबह से जगमोहन में भंडारी का प्रवेश रोक दिया है।

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