ठाकुर बांकेबिहारी के दर्शन को उमड़े श्रद्धालु: भोग में विशेष ठंडाई और शरबत के साथ खरबूजा अर्पित
Thakur Banke Bihari Mandir पूरे फूलबंगला में रजनीगंधा और आर्किड फूलों का ही इस्तेमाल किया गया। जब आराध्य के दर्शन खुले तो भक्त भी आर्किड के फूलों से सजे इस बंगला को देश आल्हादित हो उठे। गंगा दशहरा पर्व पर दिव्य दर्शन का भक्तों ने जमकर आनंद उठाया। गर्मी से राहत देने के लिए चार महीने तक फूलबंगला सजाए जा रहे हैं।
संवाद सहयोगी, जागरण, वृंदावन। गंगा दशहरा पर ठा. बांकेबिहारी मंदिर में आराध्य के विशेष दर्शन हुए। आराध्य बांकेबिहारी का दिव्य फूलबंगला सजाया गया। सेवायतों ने दशहरा पर आराध्य को भोग में विशेष ठंडाई और शरबत के साथ खरबूजा भी अर्पित किया।
गर्मी के दिनों में ठाकुरजी को राहत देने के लिए चार महीने तक फूलबंगला सजाए जा रहे हैं। हर दिन नित नए अंदाज में बने दिव्य फूलबंगला में बैठ आराध्य बांकेबिहारी अपने भक्तों को दर्शन दे रहे हैं। गंगा दशहरा पर आराध्य के फूलबंगला को और भी दिव्य बनाने के लिए सबसे अधिक आर्किड के फूलों का इस्तेमाल किया गया। जबकि अब तक आर्किड के फूलों का इस्तेमाल ठाकुरजी के डोला सजाने तक ही किया जाता था।
फूल बंगला देखकर उत्साहित हुए भक्त
रविवार को गंगा दशहरा पर आराध्य के दिव्य दर्शन के लिए विशेष तौर पर तैयार किए गए फूलबंगला की एक झलक पाने काे श्रद्धालु उतावले नजर आए। शाम को जैसे ही मंदिर के पट खुले श्रद्धालु दिव्य फूलबंगला में विराजित आराध्य बांकेबिहारी की झलक पाकर आनंदित हो उठा।
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मंदिर में उमड़ रही है भीड़
दिव्य और भव्य फूलबंगला में विराजे ठाकुर बांकेबिहारी की झांकी श्रद्धालुओं को आनंदित कर रही थी। मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ का दबाव बनना शुरू हो गया है। भीड़ के दबाव को नियंत्रित करने में सुरक्षागार्ड और पुलिसकर्मियों को जमकर पसीना बहाना पड़ा।
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ठाकुर राधासनेहबिहारी मंदिर में बंगला में पतंगों का प्रयोग
गंगा दशहरा पर ठाकुर राधासनेहबिहारी मंदिर में बंगला में पतंगों का प्रयोग किया गया था। देसी विदेशी फूलों से सजे दिव्य फूलबंगला में पतंगें सजाई गईं थी। मान्यता है गंगा दशहरा पर जब वृंदावन में पतंग उड़ाने का प्रचलन प्राचीन है, तो आराध्य भी पतंग उड़ाते हुए भक्तों को दर्शन दे रहे थे।