Corona Update: मथुरा में कोरोना का खतरा! स्वास्थ्य विभाग ने बढ़ाई सतर्कता
मथुरा में कोरोना अलर्ट के बाद स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है। जांच किट की खरीद और कोविड अस्पतालों की व्यवस्था को अंतिम रूप दिया जा रहा है। वृंदावन संयुक्त चिकित्सालय कोविड केंद्र के रूप में चिह्नित किया जा सकता है। कोविड पाजिटिव मरीज मिलने पर सैंपल लखनऊ भेजा जाएगा ताकि नए वायरस स्ट्रेन की पहचान हो सके। सीएमओ ने बताया कि कोविड गाइडलाइन जारी कर दी गई हैं।

जागरण संवाददाता, मथुरा। जिले में कोरोना संक्रमण को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा बुधवार को अलर्ट जारी किए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सक्रियता बढ़ा दी है। जांच किट की खरीद से लेकर कोविड अस्पतालों की संभावित व्यवस्था तक सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
एंटीजन और आरटीपीसीआर जांच किट की खरीद प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है। वृंदावन संयुक्त चिकित्सालय को कोविड केंद्र के रूप में चिह्नित किए जाने की संभावना है। यहां 100 बेड की व्यवस्था है। यहां दस वेंटीलेटर कार्यरत हैं। कोविड टेस्टिंग की पूरी सुविधा है।
जिला अस्पताल में यूं तो 74 बेड हैं, लेकिन यहां कोरोना अस्पताल नहीं बन सकता है। क्योंकि अन्य मरीजों का इलाज यहां रेगुलर चलता है। ऐसे में इंफेक्शन फैलने की संभावना रहती है। इसीलिए यहां सिर्फ जांच के लिए किट खरीदी जाएंगी। इसके अलावा मेडिकल कालेज के रूप में केडी मेडिकल कालेज का नाम भेजा गया है। जिसमें कोरोन काल में 500 कोविड बेड की व्यवस्था की गई थी।
यहां प्रशिक्षित स्टाफ, आईसीयू, आक्सीजन प्लांट की निर्बाध आपूर्ति सहित 14 में से 10 वेंटीलेटर कार्यरत हैं। नई गाइडलाइन के अनुसार जनपदीय चिकित्सालयों के सीएमएस को निर्देशित किया गया है कि वे स्थानीय स्तर पर एंटीजन, आरटी-पीसीआर टेस्ट किट और वैक्सीन ट्रांसपोर्ट मीडिया की आपूर्ति करें और इसके लिए स्थानीय स्तर पर बजट का प्रयोग करें।
वहीं कोविड पाजिटिव मरीज मिलने पर यदि आरटी-पीसीआर जांच में सीटी वैल्यू 25 से कम पाई जाती है तो सैंपल किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ भेजा जाएगा, ताकि वहां नए संचरित वायरस स्ट्रेन की पहचान की जा सके। सीएमओ डा. संजीव यादव ने बताया कि कोविड गाइडलाइन जारी कर दी गई हैं।
सभी सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक सहित अस्पतालों के सीएमएस को निर्देश जारी किए गए हैं कि वह सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर लें। एंटीजन व आरटीपीसीआर किट खरीदी जारही हैं। जरूरत पड़ने पर केडी हास्पिटल को भी कोविड अस्पताल में हम तब्दील कर सकते हैं। ऐसे में कोरोना से लड़ने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह तैयार है।
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