मुख्यमंत्री आवास योजना के लिए लिस्ट हो गई तैयार, यूपी के इस जिले के 449 परिवारों को मिलेगा अपना घर!
मथुरा जिले में मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण 2025-26 के लिए 449 परिवारों को चिह्नित किया गया है। सपेरा जाति के 180 परिवारों को प्राथमिकता दी जाएगी, क्योंकि वे आजीविका संकट से जूझ रहे हैं। सामान्य और अनुसूचित जाति के परिवार भी शामिल हैं। अधिकारियों को सत्यापन करने के निर्देश दिए गए हैं, और अपात्र परिवारों को योजना का लाभ नहीं मिलेगा।

मुख्यमंत्री आवास योजना के लिए लिस्ट हो गई तैयार, यूपी के इस जिले के 449 परिवारों को मिलेगा अपना घर!
जागरण संवाददाता, मथुरा। जिले में इस वर्ष मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण 2025-26 के लिए पात्र लाभार्थियों की खोजबीन शुरू हो गई है। अभी तक इस योजना के लिए 449 परिवार चिन्हित किए गए हैं। सभी दस ब्लाकों में इस योजना के लिए चिन्हित परिवारों के सत्यापन के लिए एडीओ डोर टू डोर सत्यापन करेंगे। यह भी देखा जाएगा कि कहीं कोई पात्र परिवार छूट तो नहीं गया।
मुख्यमंत्री आवास योजना में अब तक जो लोग चिन्हित किए हैं, उनमें सामान्य वर्ग के 170 और अनुसूचित जाति के 99 लाभार्थी परिवार शामिल हैं। इसके अलावा विमुक्त जाति पर अधिक ध्यान दिया गया है, जिनके 180 परिवारों को चिन्हित किया गया है। ये विमुक्त जाति के परिवार सात विकास खंडों की 13 ग्राम पंचायतों के हैं।
ग्राम्य विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक ने सभी बीडीओ को निर्देश दिए हैं कि वे चिन्हित परिवारों का सत्यापन कराएं कि उनकी पात्रता सही है या नहीं। कई एडीओ को उनके क्षेत्र में निवास कर रहे चिन्हित परिवारों से संपर्क कर उनकी जांच करेंगे। सत्यापन होने के बाद लाभार्थियों की सूची शासन को भेजी जाएगी। शासन से धनराशि अवमुक्त होने के बाद पात्र परिवारों को आवास योजना का लाभ दिलाया जाएगा।
सपेरा जाति के 180 परिवारों को मिलेंगे आवास
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में इस वर्ष पात्रता के आधार पर सपेरा जाति वाले लोगों को वरीयता मिलेगी। अभी तक सपेरा जाति के 180 परिवारों का चिन्हीकरण किया जा चुका है। अभी तक ये परिवार कुल 13 ग्राम पंचायतों में चिन्हित किए गए हैं। माना जा रहा है कि सपेरा जाति के लोग जो पहले सांप पकड़ने और करतब दिखाकर अपनी रोजी रोटी कमाते थे, वे वन्य जीव अधिनियम आने के बाद अपने पारंपरिक काम से लगभग हाथ धो बैठे।
ऐसे में इनके सामने लंबे समय से आजीविका का संकट चल रहा है। सपेरा जाति के अधिकांश लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे हैं, इसीलिए शासन ने भी इनको आवास योजना में वरीयता दी है। जिले में सपेरा जाति के लोग मुख्यत: मांट के पानीगांव क्षेत्र में सबसे ज्यादा संख्या में है, इनके अलावा गोवर्धन, बरसाना, नंदगांव, कोसी और छाता क्षेत्र में भी सपेरों की कई बस्तियां हैं।
इन लोगों को नहीं मिलेगा लाभ
1-मोटरयुक्त तिपहिया या चौपहिया वाहन हो।
2- मशीनी कृषि उपकरण
3- 50 हजार रुपये या इससे अधिक ऋण सीमा वाले किसान क्रेडिट कार्ड।
4- ऐसे परिवार, जिनका कोई सदस्य सरकारी कर्मचारी हो।
5- पंजीकृत गैर कृषि उद्यम वाले परिवार।
6- ऐसे परिवार, जिनका कोई सदस्य 15 हजार या इससे ज्यादा प्रतिमाह कमा रहा हो।
7- आयकर देने वाले परिवार।
8- व्यवसाय कर देने वाले परिवार।
9- ऐसे परिवार, जिनके पास 2़ 5 एकड़ या इससे अधिक सिंचित भूमि हो।
10-ऐसे परिवार, जिनके पास पांच एकड़ असिंचित भूमि हो।
प्रधानमंत्री आवास योजना में निम्न आय वर्ग को लाभान्वित किए जाने की दिशा में सपेरा जाति के पात्रों का चिन्हीकरण और चयन पहले किया जा रहा है। अन्य पात्र लोगों को भी योजना का लाभ मिलेगा। - एके उपाध्याय, परियोजना निदेशक, डीआरडीए।
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