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    कैश कलेक्शन कर्मी को गोली मारकर लूटने का मास्टरमाइंड गिरफ्तार, इफको सेंटर में नौकरी के दौरान बनाई थी लूट की योजना

    Updated: Sun, 21 Dec 2025 11:43 PM (IST)

    कैश कलेक्शन कंपनी के कर्मचारी से सात लाख रुपये लूटने के मामले में पुलिस ने मास्टर माइंड, इफ्को सेंटर के पूर्व कर्मचारी को गिरफ्तार किया। उसके द ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, फतेहगढ़। कैश कलेक्शन कंपनी के कर्मचारी को गोली मारकर सात लाख से अधिक रुपये लूटने के मामले में पुलिस ने मास्टर माइंड इफ्को सेंटर के पूर्व कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। उसके दो आरोपित भाई फरार हैं। पूर्व कर्मचारी ने छह माह पहले लूट की योजना बनाई थी। दो माह पहले उसने इफ्को सेंटर से नौकरी छोड़ दी और आगरा के एत्मादपुर स्थित एक कुकीज कंपनी में काम करने लगा था।

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    मोहम्मदाबाद के गांव सकवाई निवासी 40 वर्षीय राजेश कुमार शर्मा कैश कलेक्शन करने वाली निजी कंपनी रेडियंट में कार्यरत हैं। वह एमेजोन सहित अन्य कंपनियों का कैश कलेक्शन कर बैंकों में जमा करते हैं। बीते 15 दिसंबर को दोपहर 2:50 बजे राजेश कादरीगेट के मुहल्ला गुंजन विहार कालोनी में एमेजोन कंपनी के कार्यालय से कैश लेकर बैंक जाने के लिए बाइक से निकले थे, तभी कुछ दूरी पर बाइक सवार दो बदमाशों ने उन्हें रोक लिया था।

    बदमाश रिवाल्वर से गोली मारकर सात लाख से अधिक रुपये लूटकर भाग गए थे। रविवार को अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि मथुरा जिले के थाना बलदेव के गांव जरौठा निवासी कपिल कुमार पुत्र कर्मवीर सिंह लूट की घटना का मास्टर माइंड था।

    सर्विलांस टीम की मदद से किया गिरफ्तार

    उसको सर्विलांस टीम की मदद से एसओजी प्रभारी सचिन सिंह चौधरी व कादरीगेट थानाध्यक्ष कपिल चौधरी ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी निशानदेही पर 1,84,500 रुपये, ड्राइविंग लाइसेंस, पर्स व एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है। उसका आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।

    उन्होंने बताया कि कपिल कुमार सातनपुर मंडी मार्ग पर स्थित इफ्को कार्यालय में वर्ष 2024 से नौकरी करता था। वहां पर कपिल से मिलने उसके छोटा भाई निखिल व चचेरा भाई मनीष सिकरवार आते थे। दोनों भाई बेरोजगार हैं। कैश कलेक्शन कर्मचारी राजेश इफ्को कार्यालय से भी कैश लेने आते थे। छह माह पहले उसने भाइयों के मिलकर राजेश से कैश लूटने की योजना बनाई थी। शौक पूरे करने के लिए कपिल ने दो माह पहले ही इफ्को कार्यालय से नौकरी छोड़ दी थी। उसके बाद वह आगरा के एत्मादपुर स्थित एक कुकीज कंपनी में सेल्समैन की नौकरी करने लगा। फरार निखिल व मनीष की तलाश की जा रही है।