Bhai Dooj 2022: भाई-बहन यम की फांस से मुक्ति को यमुना में लगाएंगे डुबकी, मथुरा प्रशासन ने पुख्ता की व्यवस्था
Bhai Dooj 2022 यम द्वितीया पर लाखों भाई-बहन करते हैं यमुना में स्नान-प्रशासन ने की व्यवस्थाएं। भाई की लंबी आयु की जाएगी प्रार्थना। बहनें भाई के टीका कर लंबी उम्र की प्रार्थना करेंगी। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को 50 नाव और 20 गोताखोर तैनात किए।

मथुरा, जागरण टीम। यम द्वितीया पर्व गुरुवार को मनाया जाएगा। लाखों भाई-बहन यम की फांस से मुक्ति को यमुना में डुबकी लगाएंगे। घरों में भी बहने भाई के टीका कर लंबी उम्र की प्रार्थना करेंगी। प्रशासन ने यमुना घाटों पर चाक-चौबंद इंतजाम किए हैं।
भाई-बहन यमुना स्नान के बाद विश्राम घाट स्थित धर्मराजजी-यमुनाजी के मंदिर के दर्शन करते हैं। बहनें भाई के माथे पर टीका कर लंबी आयु की प्रार्थना करती हैं। भाई बहनों को उपहार देते हैं। मान्यता है कि यमराजजी अपनी बहन यमुना से मिलने यम द्वितीया के दिन ही विश्राम घाट पर आए थे। यमुनाजी ने यमराज (धर्मराज) के टीका किया। यमराज ने यमुनाजी से वरदान मांगने को कहा। यमुनाजी ने कहा कि वह भगवान श्रीकृष्ण की पटरानी हैं, उन पर सबकुछ है, क्या मांगे। फिर भी यमराज ने वरदान मांगने को कहा। यमुनाजी ने कहा उनके अंदर स्नान करने वाला बैकुंठ को जाए। यमराजजी ने कहा कि इस तरह से उनका खाली हो जाएगा, लेकिन यम द्वितीया के दिन जो भाई-बहन विश्राम घाट पर स्नान करेंगे, वह बैकुंठ जाएंगे। जिन के भाई-बहन नहीं होते हैं वह अपने तीर्थ-पुरोहितों को भाई-बहन बना लेते हैं। वहीं घरों में भी भाई दूज का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। बहनें भाई के टीका कर लंबी उम्र की प्रार्थना करेंगी। भाई भी बहनों को उपहार देंगे। बहन भी भाई का मुंह मीठा कराने को मिठाई की खरीददारी कर रही हैं।
सुरक्षा को 50 नाव, 20 गोताखोर किए गए तैनात
यम द्वितीया पर लाखों भाई-बहन यमुना स्नान करने को आते हैं। नगर निगम ने सुरक्षा को लेकर चाक-चौबंद इंतजाम किए हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को 50 नाव और 20 गोताखोर तैनात किए हैं। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस जवान भी तैनात रहेंगे। महिलाओं के लिए कपड़े बदलने को सात चेजिंग रूम बनाए गए हैं। यमुनापार चार अस्थाई शौचालयों की व्यवस्था की गई है। खोया-पाया केंद्र व चार कैंप कार्यालय बनाए गए हैं। श्रद्धालुओं को गहरे पानी में जाने से रोकने को दोनों ओर बेरिकेडिंग की गई है। घाटों पर आवश्यकतानुसार प्रकाश व्यवस्था की गई है। यमुना घाटों पर सफाई कराई गई है। विश्राम घाट से असकुंडा घाट तक सभी प्याऊ की सफाई कराई गई है। क्षतिग्रस्त मार्ग भी सही करा दिए गए हैं।
भाई-बहन ने शुरू किया स्नान
भले ही यम द्वितीया गुरुवार को है, लेकिन श्रद्धालु बुधवार को आने लगे। भाई-बहन ने यमुना स्नान भी किया। सुबह से ही श्रद्धालु घाटों पर पहुंचने लगे और शाम तक भीड़ रही। भाई-बहनों ने यम की फांस से मुक्ति को यमुना स्नान किया। गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा से श्रद्धालु यमुना स्नान आते हैं। देर शाम यमुना जाने वाले मार्गों श्रद्धालु ही श्रद्धालु दिखाई दे रहे थे। भक्त यमुनाजी का यशोगान कर रहे थे। घाट भी आस्था से महक रहे थे।
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