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    बांकेबिहारी मंदिर का खुलेगा खजाना, 54 सालों से बंद है कमरा; रजत हिंडोला सहित और क्या-क्या मिलेगा?

    Updated: Fri, 12 Sep 2025 09:59 PM (IST)

    सुप्रीम कोर्ट की हाई पावर कमेटी ने बांके बिहारी मंदिर का तोषगृह खुलवाने का आदेश दिया है। 1971 से बंद इस खजाने में पहले ठाकुर जी के आभूषण रखे जाते थे। सेवायतों का मानना है कि अब इसमें कुछ नहीं है क्योंकि 1971 में ही सब कुछ बैंक में जमा करा दिया गया था। कमेटी संपत्ति की सूची बनाएगी और वीडियोग्राफी कराएगी।

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    54 वर्षों से बैंक में हैं ठाकुर बांकेबिहारी के खजाने का सामान।

    जागरण संवाददाता, मथुरा। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई हाई पावर मैनेजमेंट कमेटी ने मंदिर के बंद पड़े खजाना (तोषगृह) को खुलवाकर संपत्ति पता करने के निर्देश दिए हैं।

    गर्भगृह के पास स्थित इस कमरे में पहले ठाकुर जी के आभूषण व अन्य बेशकीमती सामान रखा जाता था। लेकिन 1971 में यहां का सामान एक बक्से में बंद कर बैंक के लाकर में जमा कर दिया गया। मंदिर सेवायतों का कहना है कि अब कमरे में कुछ भी नहीं मिलेगा। 1971 से आज तक कमरे की सील भी नहीं खोली गई।

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    गर्भगृह के पास ही कमरा है, जिसे खजाना (तोषगृह) कहते हैं। कुछ सीढ़ियां उतरने के बाद उसके अंदर पहुंच सकते हैं। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के सेवायत और हाई पावर मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य दिनेश गोस्वामी बताते हैं कि अब यहां कुछ भी नहीं है।

    वर्ष 1916 व 1926 में दो बार चोरी हो गई थी। इसके बाद इसे सील कर दिया गया, लेकिन उससे पहले इसमें एक होल बना दिया गया, इस होल से मंदिर में चढ़ावे में आने वाले आभूषण को डाल दिया जाता था। कमरे की सील लगी रहती थी, इससे चोरी का डर नहीं रहता था। लेकिन वर्ष 1971 में तत्कालीन प्रबंध कमेटी ने तोषगृह के आभूषणों को सुरक्षित रखने के लिए उन्हें एक बक्से में बंद किया और ताला लगा दिया।

    इस बाक्स को सुरक्षित रखने के लिए भूतेश्वर स्थित स्टेट बैंक आफ इंडिया में लाकर लिया और बक्सा वहां रख दिया। तब तोषगृह सील कर दिया गया और दोबारा इसे खोला नहीं गया। दिनेश गोस्वामी का दावा है कि तब आभूषण बक्से में बंद करते समय उनकी कोई सूची तैयार नहीं की गई थी।

    हाईपावर कमेटी ने गुरुवार को बैठक में निर्देश दिए थे कि तोषगृह खोलने के साथ ही वहां की संपत्ति की सूची तैयार हो और बकायदा वीडियोग्राफी कराई जाए। इसके लिए एक कमेटी का भी गठन किया गया है।

    एक कक्ष में रखा है रजत हिंडोला

    ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के तोषखाने में ठाकुर जी को अर्पित होने वाले आभूषण रखे जाते रहे, लेकिन ठाकुर जी का बेशकीमती स्वर्ण रजत हिंडोला के लिए अलग स्थान नियत है। यह बेरीवाला परिवार ने ठाकुर जी को समर्पित किया था। इसे मंदिर के गेट नंबर पांच के पास कक्ष में रखा जाता है। इस कक्ष की एक चाबी मंदिर प्रबंध कमेटी और एक चाबी बेरीवाला परिवार के पास रहती है।