Banke Bihari Temple: मंदिर में बदली दर्शन व्यवस्था, तीन लाइन चलेंगी एक साथ; ये भी हुए बदलाव
बांके बिहारी मंदिर में दर्शन व्यवस्था में सुधार के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित हाई पावर मैनेजमेंट कमेटी ने कई निर्णय लिए हैं। अब मंदिर में प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग द्वार होंगे और तीन लाइनों में श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए भेजा जाएगा। वीआईपी दर्शन पर्ची पर प्रतिबंध लगा दिया गया है लेकिन प्रोटोकॉल वाले वीआईपी दर्शन कर सकेंगे। मंदिर में भीड़ कम होने की संभावना है।

जागरण संवाददाता, मथुरा। ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में दर्शन की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित हाई पावर मैनेजमेंट कमेटी ने कई व्यवस्थाएं की। लेकिन मंदिर के अंदर के अंदर श्रद्धालुओं का ठहराव खत्म न होने से दर्शन में कोई सहूलियत न मिलती। दैनिक जागरण ने शनिवार के अंक में इसे प्रमुखता से प्रकाशित किया।
इसका संज्ञान लेते हुए कमेटी ने शनिवार को फिर बैठक की। बैठक में तय की गया कि दो गेट से मंदिर में श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा और और दो गेट से निकास होगा। प्रवेश देते समय रेलिंग बनाकर तीन लाइन बनाई जाएंगी। उसी रेलिंग से कतारबद्ध होकर श्रद्धालु दर्शन को पहुंचेंगे।
दर्शन के बाद उन्हें उन्हें दो गेटों से बाहर निकाला जाएगा। इससे मंदिर में दबाव खत्म होगा और बाहर इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं को भी सहूलियत मिलेगी। कमेटी के अध्यक्ष सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति अशोक कुमार ने बताया कि जल्द ही इस व्यवस्था का क्रियान्वयन होगा।
प्रोटोकाल वाले वीआइपी को होंगे दर्शन
ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में वीआइपी दर्शन को लेकर कमेटी अध्यक्ष ने बताया कि मंदिर प्रबंधन की ओर से सौ रुपये में वीआइपी दर्शन की पर्ची काटी जाती थी। इसका दुरुपयोग भी किया जाता था। पर्ची को अवैध रूप से कलर फोटो कापी कराकर उन्हें श्रद्धालुओं को दिया जाता था।
शुक्रवार से वीआइपी दर्शन पर्ची पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया। अब कोई भी पर्ची नहीं काटी जा रही है। लेकिन प्रोटोकाल वाले वीआइपी कैसे पहले दर्शन करते थे, वह करते रहेंगे।
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