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    Banke Bihari Mandir: ठाकुरजी को नहीं मिला बालभोग, सेवायत बोले; पहली बार टूटी परंपरा

    By Prateek GuptaEdited By: Prateek Gupta
    Updated: Mon, 15 Dec 2025 11:25 AM (IST)

    मथुरा के Banke Bihari Temple में ठाकुरजी को बालभोग नहीं मिला, जिससे मंदिर की परंपरा पहली बार टूटी। सेवायतों का कहना है कि ऐसा पहली बार हुआ है। बांके ब ...और पढ़ें

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    Banke Bihari Mandir: सोमवार सुबह ठाकुरजी को भोग नहीं लगा।

    जागरण संवाददाता, मथुरा। ठाकुर बांकेबिहारी को पहली बार बाल भोग ही नहीं लग सका है। जिस ठेकेदार को बाल भोग बनाने की जिम्मेदारी दी गई है, उसे पिछले माह का भुगतान ही नहीं किया गया।

    ऐसे में हलवाई बाल भोग बनाने ही नहीं पहुंचे और ठाकुर जी को बाल भोग नहीं लगाया जा सका। सेवायतों का कहना है कि पहली बार बाल भोग की परंपरा टूटी है। अब ठेकेदार से बात कर बाकी के भोग की व्यवस्था की गई है।

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    शाम को उच्चाधिकार प्रबंधन समिति की बैठक में भी यह मुद्दा गूंजेगा।। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर उच्चाधिकार प्रबंधन समिति ने ठाकुर बांकेबिहारी के चार पहर का भोग तैयार करने की जिम्मेदारी ठेकेदार मयंक गुप्ता को दी है।

    मयंक गुप्ता हलवाइयों के माध्यम से ठाकुरजी के लिए सुबह बालभोग, दोपहर के राजभोग, शाम को उत्थापन भोग तथा रात्रि में शयन भोग तैयार करवाकर मंदिर के सेवा अधिकारी को सौंपते है और सेवा अधिकारी इसे ठाकुरजी को अर्पित करते है।

    पिछले महीने का मानदेय इस बार ठेकेदार को नहीं मिला। ऐसे में महीने के शुरुआत से ही ठेकेदार भुगतान की अपील कर रहे थे।

    लेकिन, जब 14 दिसंबर तक भुगतान न हुआ तो सोमवार सुबह ठेकेदार के हलवाई मंदिर नहीं पहुंचे और ठाकुरजी का बालभोग तैयार नहीं हो सका।ऐसे में सुबह से ठाकुरजी बिना बालभोग किए ही भक्तों को दर्शन दे रहे है।

    मंदिर उच्चाधिकार प्रबंधन समिति के सेवायत सदस्य दिनेश गोस्वामी से मामले की जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि हलवाई मंदिर नहीं पहुंचे और बालभोग तैयार नहीं हो सका है।

    उनका कहना है कि मेरे जीवन में पहली बार ऐसा हुआ है कि ठाकुर जी को बाल भोग नहीं लगाया जा सका है। बताया कि उन्होंने हलवाई से बात कर ली है और अब राजभोग तैयार करने में ठेकेदार के हलवाई लग गए हैं। ठाकुरजी के भोग में व्यवधान न पहुंचे इसकी व्यवस्था कर ली गई है।