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    Dhirendra Krishna Shastri: असनातनी लोग चादर-फादर में देखते हैं अपना भगवान, सनातन दुनिया का सबसे प्राचीन धर्म

    By Jagran NewsEdited By: Abhishek Saxena
    Updated: Tue, 15 Jul 2025 09:00 AM (IST)

    Dhirendra Krishna Shastri बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सनातन धर्म को सबसे प्राचीन और अद्भुत बताया। उन्होंने कहा कि अन्य धर्मों के लोग भगवान के दूतों को पूजते हैं जबकि सनातन धर्म में 33 करोड़ देवी-देवता हैं। संत विनोद बाबा ने जातिवाद पर चिंता जताई और धीरेंद्र शास्त्री ने हिंदू राष्ट्र के निर्माण का आह्वान किया। उन्होंने लव जिहाद के खतरे पर भी प्रकाश डाला।

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    ब्रज के विरक्त संत विनोद बाबा से आशीर्वाद लेते बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री। फोटो जागरण

    संवाद सूत्र जागरण, बरसाना। सबसे बड़े दुर्भाग्य की बात तो यह कि हमारे ही सनातन धर्म के लोग चादर-फादर में अपने देवता को देखते है, जबकि सनातन धर्म दुनिया का सबसे प्राचीन अद्भुत धर्म है। अन्य धर्मों के लोगों ने आजतक अपने भगवान को नहीं देखा सिर्फ भगवान के दूत को ही पूजते हैं। सनातन धर्म में 33 करोड़ देवी-देवता हैं।

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    श्रीमद्भागवत गीता में स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने कहा कि मैं ही ब्रह्म हूं, पूरा ब्रह्मांड मुझसे उत्पन्न है। चराचर जगत में मेरी ही सत्ता चलती है। उसके बावजूद सनातन धर्म के सबसे ज्यादा लोग मजारों व मौलवी के यहां अपने दुख-दर्द मिटाने जाते है। यह बात बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने ब्रज के विरक्त संत विनोद बाबा से मुलाकात के दौरान लोगों से कही।

    बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर ने कहा, सनातन धर्म सबसे प्राचीन व अद्भुत है

    रविवार देर शाम प्रिया कुंज आश्रम पर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ब्रज के विरक्त संत विनोद बाबा के दर्शन करने पहुंचे। इस दौरान विनोद बाबा ने कहा कि कुछ लोग जाति-पात के नाम पर सनातन धर्म को खत्म करना चाहते हैं। सनातन धर्म हर वर्ग से मिलकर बना है। समझ में नहीं आता कि हम क्यों जाति के नाम पर अपने ही भाइयों का खून बहाते हैं, जबकि अन्य धर्मों में कोई भी जाति के नाम पर बांटा नहीं है। अगर हम सबकी कोई जाति है, तो सिर्फ हिंदू है। जातियां कर्म के आधार पर बनी थी। भगवान ने कोई जाति नहीं बनाई। भगवान सिर्फ मनुष्य बनाए। जाति धर्म के नाम पर हम लोगों ने ही खुद को बांटा है।

    अन्य धर्मों में लोगों ने आज तक भगवान को नहीं देखा, उनके दूत को पूजते हैं

    पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि राधारानी मेरी मां है तो कृष्ण मेरे पिता हैं। बरसाना आने की प्रेरणा मुझे राधारानी से ही प्राप्त होती है, लेकिन विनोद बाबा में मुझे साक्षात राधारानी के दर्शन होते हैं। कहा कि जब धर्म के नाम पर पाकिस्तान इस्लामिक देश बन सकता है तो क्या धर्म के नाम पर भारत हिंदू राष्ट्र नहीं बन सकता। इसलिए हम सभी को जातिवाद, क्षेत्रवाद, भाषावाद से परे उठकर हिंदू राष्ट्र का निर्माण करना चाहिए। हमारी बहन बेटियों को लव जिहाद के नाम पर मतांतरण कराया जा रहा है, जिससे सनातन धर्म विलुप्त हो जाए।