वृंदावन में बनेगा 132 केवी का नया सब स्टेशन
जागरण संवाददाता, मथुरा (वृंदावन): बढ़ती बिजली खपत के मद्देनजर वृंदावन में 132 केवी का सब स्टेशन बनेग
जागरण संवाददाता, मथुरा (वृंदावन): बढ़ती बिजली खपत के मद्देनजर वृंदावन में 132 केवी का सब स्टेशन बनेगा। मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण विद्युत निगम को सब स्टेशन के निर्माण को अपनी आवासीय योजना में जमीन उपलब्ध कराएगा।
वृंदावन में बिजली की खपत लगातार बढ़ रही है। रूक्मिणी विहार में वर्तमान में 33 केवी के एक सब स्टेशन का निर्माण हो रहा है। लेकिन आगामी समय में विप्रा की इस कालोनी में 33 केवी के तीन सब स्टेशन और बनाए जाने की योजना है। इन सबकी वजह से वृंदावन में 132 केवी नए सब स्टेशन की काफी समय से आवश्यकता महसूस की जा रही है। वर्तमान में मथुरा रोड पर 132 केवी का एक सब स्टेशन है लेकिन यह काफी समय से अधिभारित है। रूक्मिणी विहार में 132 केवी सब स्टेशन निर्माण के लिए विप्रा और विद्युत निगम ने 5 एकड़ जमीन चिन्हित कर ली
है। क्षेत्रीय एक्सईएन वीपी ¨सह ने बताया कि ट्रांसमिशन के एक्सईएन ने जमीन के स्थान का ड्राइंग आदि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। सब स्टेशन का निर्माण कार्य पूरा होने में करीब तीन साल का समय लगेगा। 132 केवी नए सब स्टेशन के तैयार होने के बाद रूक्मिणी विहार, चैतन्य बिहार समेत आसपास की कुछ कालोनियों को इस बड़े स्टेशन से जोड़कर सप्लाई दी जाएगी।
वर्तमान में 132 केवी सब स्टेशन ओवरलोड
वृंदावन-मथुरा और वृंदावन-छटीकरा रोड पर कालोनियां, धर्मशालाओं, गेस्ट हाउस, होटलों और मठ-मंदिरों की भरमार होती जा रही है। इस नगर की आबादी हर साल करीब तीन हजार बढ़ रही है। ऐसे में बिजली खपत भी बढ़ने से यहां 132 केवी सब स्टेशन भी अधिभारित (ओवरलोड) है।
दस साल में बढ़ेगी 15 मिलियन यूनिट बिजली खपत
वृंदावन सब डिवीजन के एक्सईएन वीपी ¨सह के अनुसार, सिर्फ वृंदावन शहर में ही प्रति माह कम से कम दस मिलियन यूनिट बिजली की खपत है। आबादी इसी रफ्तार से बढ़ती रही तो आगामी दस साल में यहां करीब 24 मिलियन यूनिट बिजली की दरकार होगी।
पागल बाबा और चैतन्य बिहार सब स्टेशन भी अधिभारित
132 केवी सब स्टेशन, पागल बाबा 33 केवी और चैतन्य बिहार 33 केवी सब स्टेशनों के कर्मियों ने इनके अधिभारित होने की जानकारी दी है। 132 केवी सब स्टेशन पर 40-40 एमबीए क्षमता के दो ट्रांसफारमर हैं। अधिक गर्मी या सर्दी पडने पर ये दोनों ओवरलोड हो जाते हैं। 132 केवी सब स्टेशन अधिकतम 350 एम्पीयर करंट का है, लेकिन अधिक गर्मी या सर्दी पड़ने पर यह इससे अधिक हो जाता है। एम्पीयर बढ़ते ही कई घंटे के लिये बिजली आपूर्ति कटवा दी जाती है। इसी तरह पागल बाबा 33/11 केवी सब स्टेशन पर भार एक एमवीए अधिक है। इस स्थिति से निपटने के लिये इस सब स्टेशन का लोड चैतन्य बिहार सब स्टेशन पर डाल दिया गया है।
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