विदेशियों के मन भाया भारतीय नृत्य-संगीत
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वृंदावन, कार्यालय संवाददाता : भारतीय शास्त्रीय नृत्य-संगीत विदेशियों के मन-मस्तिष्क पर छा गया। कलाकारों ने विशुद्ध देशी तान छेड़ी और अध्यात्मिक प्रस्तुतियां दी तो कला प्रेम सीमाओं का लांघ गया। विदेशी पर्यटक विभोर हो भारतीयता के रंग में रंग गये। यहां के खाने ने जीभ को ऐसा स्वाद चखा कि उन्होंने मांसाहार का त्याग करने का संकल्प ले लिया।
देश से बाहर अनेक देशों के भक्तों को अध्यात्मिक शिक्षा-दीक्षा देने के लिये प्रसिद्ध जीव संस्थान में 22 सदस्यीय विदेशी पर्यटक दल दाखिल हुआ। संस्थान निदेशक डॉ. सत्यनारायण दास ने उन्हें भगवान कृष्ण की लीलाओं, ब्रज संस्कृति-सभ्यता संग वृंदावन के मंदिरों के इतिहास, पूजा पद्धति की जानकारी देकर लाभान्वित किया। अमेरिका स्थित यूनिवर्सिटी रजगर्स से आये श्रद्धालुओं को भारतीय कला से रुबरू कराने के लिये सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें प्रशिक्षित फनकारों ने एक से बढ़कर दूसरी प्रस्तुति देकर दर्शकों का जीभर मन मोहा। धाम में किये दर्शन, प्राप्त शिक्षा से प्रसन्न पर्यटकों ने यहां शाकाहारी भोजन का रसास्वादन किया तो अपने देश में भी मांसाहार का त्याग करने का संकल्प लिया। उनका कहना था कि वृंदावन में आकर पहली बार पाया कि शाकाहारी भोजन इतना स्वादिष्ट होता है।
उत्सव में पदमनाथ दास, सत्यम मित्तल, फारिया हुसैन, जूलिया, ध्रुव तेजानी, डेविड रिप्स, रोवर्ट, एन मैरी, ऐली, एलेक्जेंड्रा, मैरीसा बैंचारी, मुकेश पचौरी, सोनू भारद्वाज मौजूद थे।
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